Moradabad News: जया प्रदा की मुरादाबाद कोर्ट में पेशी, विवादित बयान को लेकर एसटी हसन पर कड़ी कार्रवाई की मांग

Moradabad News: मामला 2019 का है जब जया प्रदा रामपुर से आजम खान के खिलाफ चुनाव हार गई थीं तब, डॉक्टर एसटी हसन ने जया प्रदा को 'नचनिया' और 'तवायफ' जैसे अपमानजनक शब्दों से संबोधित किया था।;

Report :  Sudhir Goyal
Update:2025-01-09 19:28 IST

 बॉलीवुड की पूर्व अभिनेत्री और पूर्व सांसद जया प्रदा ने विवादित बयान को लेकर एसटी हसन पर कड़ी कार्रवाई की मांग- (Photo- Social Media)

Moradabad News: उत्तर प्रदेश के जनपद मुरादाबाद में बॉलीवुड की पूर्व अभिनेत्री और पूर्व सांसद जया प्रदा ने मुरादाबाद के MP/MLA कोर्ट में अपनी पेशी के दौरान अभद्र टिप्पणी मामले में अपने बयान दर्ज कराए। इस मामले में कोर्ट ने पहले उनके खिलाफ NBW (नॉन-बेलियबल वारंट) जारी किया था, लेकिन कोर्ट में पेश होने के बाद इसे रद्द कर दिया गया। जया प्रदा ने इस दौरान PDA गठबंधन पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "ये लोग मौके परस्त हैं और जीत के लिए कुछ भी कर सकते हैं।"

क्या है मामला

यह मामला 2019 का है जब जया प्रदा रामपुर से आजम खान के खिलाफ चुनाव हार गई थीं और आजम खान संसद में विजयी होकर आए थे। उसी दौरान, डॉक्टर एसटी हसन, जो मुरादाबाद से सांसद बने थे, ने आजम खान के स्वागत के लिए मुरादाबाद के थाना कटघर स्थित मुस्लिम डिग्री कॉलेज में एक कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में डॉक्टर एसटी हसन ने जया प्रदा को 'नचनिया' और 'तवायफ' जैसे अपमानजनक शब्दों से संबोधित किया था। उनका यह बयान मीडिया और सोशल मीडिया में वायरल हो गया। इस पर, डॉक्टर एसटी हसन ने न केवल माफी नहीं मांगी, बल्कि अपनी टिप्पणी को दोहराते हुए कहा था कि नाचने वालों को 'नचनिया' और 'तवायफ' ही कहा जाएगा।

इस पर, जया प्रदा के पीए ने थाना कटघर में रिपोर्ट दर्ज कराई थी और मामले की सुनवाई मुरादाबाद के MP/MLA कोर्ट में हो रही थी। कई बार समन जारी होने के बावजूद जया प्रदा कोर्ट में पेश नहीं हो पाई थीं, जिसके कारण उनके खिलाफ NBW जारी किया गया था। गुरुवार को, जया प्रदा अपने वकील के साथ कोर्ट में पेश हुईं और वारंट को रद्द करवा लिया।

क्या कहा जया प्रदा ने

जया प्रदा ने कोर्ट में पेश होकर कहा, "अगर यह लड़ाई केवल मेरी होती, तो मैं इसे भूल भी जाती, लेकिन यह लड़ाई पूरी नारी जाति की है। डॉक्टर एसटी हसन ने जो अपमानजनक शब्द मेरे लिए कहे, वो केवल मेरे लिए नहीं, बल्कि पूरी नारी जाति के लिए थे।" जया प्रदा ने यह भी कहा कि उन्हें यह लड़ाई इस लिए लड़नी जरूरी लगी क्योंकि यह महिला सम्मान का सवाल था और उन्हें एसटी हसन को सख्त सजा दिलवानी थी।इसके अलावा, जया प्रदा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तारीफ करते हुए कहा, "PM मोदी और योगी जी सनातन धर्म को मजबूत कर रहे हैं।"

मंदिर की इच्छा

अंत में जया प्रदा ने मुरादाबाद में खुले एक मंदिर का जिक्र करते हुए कहा, "मुझे सुना है कि 44 साल बाद मुरादाबाद में कोई मंदिर खोला गया है, जिसका नाम गोरी शंकर मंदिर है। मेरी इच्छा है कि मैं वहां जाकर दर्शन करूंगी और फिर मुरादाबाद से विदा लूंगी।"

यह मामला न केवल जया प्रदा के व्यक्तिगत सम्मान की लड़ाई है, बल्कि यह महिलाओं के अधिकारों और सम्मान के लिए भी महत्वपूर्ण कदम साबित हो रहा है।

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