UP News: इकरा हसन ने नरसिंहानंद के बयान को बताया शर्मनाक, बोलीं-ढोंगी और पाखंडी यति पर सरकार लगाए रासुका
UP News: उन्होंने कहा, हेट स्पीच, यूएपीए और एनएसए की गंभीर धाराओं के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि यह एक नजीर बन सके। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी।
UP News: यूपी की कैराना से समाजवादी पार्टी की लोकसभा सांसद इकरा हसन ने महंत यति नरसिंहानंद के बयान पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्होंने हमारे प्यारे नबी की शान में गुस्ताखी की है, जो हम सभी के लिए बर्दाश्त के काबिल नहीं है। उन्होंने नरसिंहानंद को पाखंडी और ढोंगी बताते हुए कहा कि ऐसे पाखंडी ने एक बार फिर नफरत का जहर उगला है। उनका बयान शर्मनाक है। उन्होंने गाजियाबाद के डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद पर एनएसए लगाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि मैं केंद्र सरकार और राज्य सरकार के जिम्मेदार लोगों को यह कहना चाहती हूं कि अब उनका यह ढुल मुल रवैया बिल्कुल भी नहीं चलेगा। यति नरसिंहानंद जैसे पाखंडियों के खिलाफ दिखावटी कार्रवाई न की जाए। उन्होंने कहा, हेट स्पीच, यूएपीए और एनएसए की गंभीर धाराओं के तहत उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि यह एक नजीर बन सके। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगी।
दिया सुप्रीम कोर्ट जाने का अल्टीमेटम
सपा सांसद इकरा हसन ने कहा है कि यति नरसिंहानंद जैसे ढोंगी और पाखंडी ने एक बार फिर नफरत का जहर उगला है। हमारे प्यारे नबी पूरी दुनिया के लिए रहमत और शांति का पैगाम लेकर आए थे, लेकिन उनकी शान में यह पाखंडी अपनी गंदी जुबान से अपमान कर रहा है, जिसे हर अमन पसंद हिंदुस्तानी, चाहे वे हिंदू हों या मुसलमान बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा, यह हर बार अपनी जुबान से नफरत का बीज बो देता है और कानून से बच जाता है, क्योंकि उत्तर प्रदेश की सरकार ईमानदारी से अपना फर्ज नहीं निभा रही है।
नरसिंहानंद के बयान से देशभर में तनाव
बता दें कि महंत नरसिंहानंद ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ भड़काऊ बयान दिया है, जिसके बाद से देश के मुस्लिम समुदाय में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। वहीं मामला बढ़ता देखकर पुलिस ने महंत को हिरासत में ले लिया। उनके खिलाफ 3 एफआईआर दर्ज की गई हैं, जिनमें भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (बीएनएस) की धारा 299 (धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के इरादे से जानबूझकर किए गए कार्य), 302 (जानबूझकर धार्मिक भावनाओं को आहत करने के लिए बोले गए शब्द) और 197 (राष्ट्रीय एकता को हानि पहुंचाने वाले कार्य) के तहत आरोप लगाए गए हैं। वहीं एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद के पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद को ज्ञापन देकर यति नरसिंहानंद को गिरफ्तार करने की मांग की है। यति नरसिंहानंद के बयान से मुस्लिम समाज में भारी आक्रोश है। मुस्लिम समाज इस बयान के लिए उन पर कठोर कार्रवाई करने की मांग कर रहा है।