वसीम रिजवी के खिलाफ सहारनपुर में मुस्लिमों ने खोला मोर्चा, लगाए मुर्दाबाद के नारे
सहारनपुर जनपद के देवबंद मे वसीम रिजवी के खिलाफ आज जुमे की नमाज़ के बाद सैकड़ों मुस्लिम समाज के लोगों ने मुर्दाबाद के नारों के साथ कड़ा विरोध प्रदर्शन किया।
सहारनपुर: सहारनपुर जनपद के देवबंद मे वसीम रिजवी के खिलाफ आज जुमे की नमाज़ के बाद सैकड़ों मुस्लिम समाज के लोगों ने मुर्दाबाद के नारों के साथ कड़ा विरोध प्रदर्शन किया। वसीम रिजवी मुर्दाबाद और वसीम रिजवी को फांसी दो के देवबंद में जमकर नारे लगे।
देवबंद में मुस्लिम समाज के लोगों ने कहा कि यह मसला हमारे ईमान का है। इसमें सुप्रीम कोर्ट वसीम रिजवी की याचिका को तत्काल खारिज कर दे और यह मामला सुप्रीम कोर्ट से ऊपर का है।
ये भी पढ़ें: योगी सरकार के चार साल, बाराबंकी में दारा सिंह चौहान ने गिनाईं उपलब्धियां
सैकड़ों लोगों ने किया विरोध
आज जुमे की नमाज के बाद देवबंद की जामा मस्जिद से सैकड़ों लोगों ने विरोध प्रदर्शन करते हुए प्रदर्शन किया प्रदर्शनकारियों ने बाजार की जामा मस्जिद से होते हुए ईदगाह तक पहुंचे जमीयत उलेमा ए हिंद के जिला महासचिव मौलाना जहीन मदनी ने कहा कि चाहे सुप्रीम कोर्ट हो हाई कोर्ट हो या सरकार का हम इसे मानने को बिल्कुल भी तैयार नहीं है।
[video data-width="640" data-height="352" mp4="https://newstrack.com/wp-content/uploads/2021/03/WhatsApp-Video-2021-03-19-at-17.38.48.mp4"][/video]
यह सुप्रीम कोर्ट से उपर का मसला है अगर इस तरह का काम कोई और भी करेगा तो हम उसे खिलाफ भी समझौता नहीं करेंगे। वसीम रिजवी ने जो यह हरकत की है यह शर्मनाक हरकत है। हम इसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेंगे। चाहे सुप्रीम कोर्ट का मामला हो चाहे हाई कोर्ट का मामला हो चाहे सरकार का मामला हो। किसी तरह की सुनवाई, किसी तरह का कोई समझौता नहीं मानेंगे यह हमारे ईमान का मसला है।
[video data-width="640" data-height="352" mp4="https://newstrack.com/wp-content/uploads/2021/03/WhatsApp-Video-2021-03-19-at-17.38.49.mp4"][/video]
ये भी पढ़ें: वैक्सीन पर लोकसभा में उठे सवाल: स्वास्थ्य मंत्री ने दिया जवाब, करना होगा विश्वास
इसमें किसी तरह कोई समझौता नहीं। इसी बात के लिए आज हम लोग प्रदर्शन कर रहे हैं कि इस तरह की हरकत करने वाले के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाया जाए और जो भी याचिका डाली हुई है उसे बगैर सुने बिना किसी लाग लपेट के इसको खारिज लिया जाए क्योंकि सुप्रीम कोर्ट का मामला नहीं है यह सुप्रीम कोर्ट से ऊपर का मामला है।
रिपोर्ट: नीना जैन