Muzaffarnagar News: 300 साल पुरानी मस्जिद पर चला बुलडोज़र, विकास के काम में कोई नहीं आया आड़े
Muzaffarnagar News Today: विकास में बाधा बन रही सदर तहसील के अंतर्गत आने वाली शेरनगर गांव में स्थित एक 300 साल पुरानी मस्जिद को आज जिला प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलवा कर हटा दिया गया।
Muzaffarnagar News Today: जनपद में स्थित 709 ए.डी पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग पर इस समय चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है। जिसके चलते इस कार्य में बाधा बन रही सदर तहसील के अंतर्गत आने वाली शेरनगर गांव में स्थित एक 300 साल पुरानी मस्जिद को आज जिला प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलवा कर हटा दिया गया। जिसका किसी ने भी विरोध नहीं किया। राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण में आ रहे अवरोध को हटाने में सभी का सहयोग रहा।
पानीपत खटीमा राष्ट्रीय राजमार्ग के चौड़ीकरण का कार्य जनपद में इस समय जोरो पर चल रहा है। जिसके चलते आज सदर तहसील के शेर नगर गांव में स्थित एक 300 साल पुरानी मस्जिद इस कार्य के बीच में बाधा बन रही थी। जिसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा मस्जिद के लोगों को कई बार इसे हटवाने के लिए कहा भी गया था। लेकिन जब उनके द्वारा इस मस्जिद को नहीं हटाया गया तो मजबूरन आज जिला प्रशासन द्वारा ग्राम समाज की जमीन पर 1020 वर्ग मीटर में बनी इस मस्जिद को बुलडोजर द्वारा धराशाही करवाना पड़ा।
इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए एसडीएम सदर परमानंद झा ने बताया कि यह जो 709 एडी पानीपत खटीमा मार्ग के नाम से जाना जाता है यहां हमारी तहसील के 3 गांव हैं। 2 गांव में हमने पूर्ण रूप से अतिक्रमण हटवा दिया गया है, लेकिन श्रीनगर यह एक ऐसा गांव था जिसमें अतिक्रमण अभी भी था। यह सरकारी संपत्ति जो खसरा नंबर 577 है, 1020 वर्ग मीटर में एक पुराना धार्मिक स्थल मस्जिद के रूप में विद्यमान था। इसमें पहले भी मैं एक दो बार आकर कह कर गया था कि इसकी व्यवस्था हटवाने की कर लीजिए लेकिन इन लोगों ने कुछ नहीं किया जिसके चलते आज पर्याप्त पुलिस बल और राजस्व टीम के साथ सब के सहयोग से इसको हटवाया जा रहा है। यह कार्य विकास के लिए हो रहा है तो इसमें सब का सहयोग है। यह राष्ट्रीय राजमार्ग चौड़ीकरण के लिए हो रहा है।
इस मार्ग पर दो धार्मिक स्थल और बच रहे हैं। वह भी जल्दी ही हटाए जाएंगे। हाईवे निर्माण में जो अतिक्रमण है वह तो हटेगा ही लेकिन जो अधिग्रहण भूमि पर निर्माण हैं जिन को पैसे दिए जा रहे हैं या देने की प्रक्रिया है। इनको भी हटाना है। यह धार्मिर स्थल ग्राम समाज की सरकारी भूमि पर ही निर्मित था।