Namaz Controversy: लुलु मॉल के बाद अब प्रयागराज रेलवे जंक्शन पर पढ़ी गई नमाज, क्या है मामला
Namaz Controversy: प्रयागराज स्टेशन में एक मदरसे के मौलवी अब्दुल रब ने करीब 15 मिनट तक नमाज पढ़ाया। यहां कुछ यात्री मौजूद थे, जिन्होंने इसका वीडियो बना लिया।
Namaz Controversy: लुलु मॉल (LULU Mall) के अंदर नमाज पढ़ने को लेकर जबरदस्त बवाल हुआ था। हिंदू संगठनों द्वारा सख्त ऐतराज जताने के बाद नमाज पढ़ने वालों को गिरफ्तार भी किया गया। अभी ये मामला ठीक से शांत भी नहीं हुआ था कि एक और ऐसा ही मामला सामने आया है। इस पर नमाज किसी मॉल में नहीं बल्कि रेलवे जंक्शन पर पढ़ी गई, वो भी आरपीएफ (RPF) और जीआरपी (JRP) के सामने। यूपी में सार्वजनिक जगहों पर इस तरह धार्मिक गतिविधि करना मना है। ऐसे में इस पर सवाल खड़े होने लगे हैं कि आखिर रेल पुलिस की मौजूदगी में ये कैसे हुआ।
क्या है पूरा मामला
मिली जानकारी के मुताबिक, गुरूवार रात प्रयागराज के आरपीएफ (RPF) और जीआरपी (JRP) को बचपन बचाओ संस्था ने मानव तस्करी की जानकारी दी। महानंदा एक्सप्रेस से बच्चों को दिल्ली ले जाने की सूचना थी। प्रयागराज स्टेशन पर ट्रेन आने के बाद 15 बच्चों समेत 31 लोगों को ट्रेन से नीचे उतारा गया। पूछताछ के लिए इनको वेटिंग रूम में ले जाया गया। पूछताछ के बाद यहीं पर एक मदरसे के मौलवी अब्दुल रब ने करीब 15 मिनट तक नमाज पढ़ाया। यहां कुछ यात्री मौजूद थे, जिन्होंने इसका वीडियो बना लिया।
इस दौरान जीआरपी और आरपीएफ के इंस्पेक्टर और अन्य जवान मूकदर्शक बने रहे। जीआरपी और आरपीएफ के जवानों ने उन्हें सार्वजनिक स्थल पर नमाज पढ़ने से नहीं रोका। जबकि यूपी में सार्वजनिक स्थलों पर पूजा-पाठ और धार्मिक आयोजनों पर प्रतिबंध है।
लुलु मॉल में नमाज को लेकर हुआ था विवाद
12 जुलाई को लखनऊ स्थित लुलु मॉल के तीसरे मंजिल पर नमाज पढ़ने का वीडियो सामने आया था। वीडियो के सामने आते ही हंगामा खड़ा हो गया। हिंदू संगठनों ने मॉल के अंदर नमाज पढ़ने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की और मॉल के अंदर हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करने पर अड़ गए। बाद में वीडियो की जांच कर नमाज अदा करने वालों की पहचान कर उन्हें जेल भेजा गया, तब जाकर यह मामला शांत हुआ।