नसीमुद्दीन ने निशाने पर SP, कहा- अल्पसंख्यकों के मुद्दे पर नाकाम रही सरकार
लखनऊ : नसीमुद्दीन सिद्दीकी और गया चरण दिनकर ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान सिद्दीकी ने राज्य सरकार के खिलाफ टिप्पणी करते हुए कहा, 'यूपी की जनता सपा के जंगलराज और भ्रष्टाचार से परेशान है। यहां किसी की जान सुरक्षित नहीं है। प्रदेश की बदहाली के लिए सपा जिम्मेदार है।'
सपा अल्पसंख्यकों को सुरक्षा देने में नाकाम
सपा नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने कहा, बसपा राज्य में कानून व्यवस्था के मुद्दे को प्रमुखता से उठाएगी। उन्होंने आगे कहा, प्रदेश सूखे की मार झेल चुका है। लेकिन केंद्र और राज्य सरकार ने बयानों के आलावा इसके लिए कुछ भी नहीं किया। जातिवाद और परिवारवाद राजनीति करने वाली सपा सरकार अल्पसंख्यकों की जान-माल की रक्षा में नाकाम रही है।
सपा ने आरक्षण मुद्दे पर साधी चुप्पी
बसपा नेताओं ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, सपा कहती है कि उसने सारे वादे पूरे किए। लेकिन साल 2012 में विधानसभा चुनाव के दौरान सपा ने हिंदुओं और मुसलमानों से अपने घोषणा पत्र में जो वादे किए थे वह अब भी अधूरे हैं। घोषणा पत्र में कहा गया था कि रंगनाथ आयोग और सच्चर कमिटी की सिफारिशों पर अल्पसंख्यकों को दलितों की तरह जनसंख्या के आधार पर आरक्षण दिया जाएगा। वादे तो दूर सपा ने आरक्षण का नाम तक लेना बंद कर दिया।
मुस्लिम इलाकों में अब तक नहीं खुले शिक्षण संस्थान
बसपा महासचिव ने कहा, वादे के मुताबिक मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में अब तक शिक्षण संस्थाओं की स्थापना नहीं हुई। वहीं इस सरकार ने दहशतगर्दी के नाम पर जेलो में बंद मुस्लिम युवकों को रिहा करना का वादा भी पूरा नहीं किया।
बसपा नेता सिद्दीकी ने कहा कि सपाइयों में अवैध कब्जों की होड़ लगी है। इस पार्टी में एक नहीं दर्जनों रामवृक्ष हैं।
राज्य में स्वास्थ्य सेवाएं बदहाल
स्वास्थ्य सेवाओं पर बात करते हुए सिद्दीकी ने कहा, डेंगू तेजी से पांव पसार रहा है लेकिन सरकार की ओर पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है। एम्बुलेंस की हालत खराब है। ऐसे में मरीजों को देखने वाला कौन है।
गन्ना किसान आत्महत्या को तैयार
हाल के दिनों में प्रदेश में दलित उत्पीड़न के लगातार मामले सामने आ रहे हैं। महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं। सपा के मंत्री बस बातें करते हैं। महिला सुरक्षा के लिए कोई प्रयास नहीं हो रहे। ऐसा ही कुछ हाल गन्ना किसानों का भी है। उनके भुगतान आज भी लंबित हैं। किसानों की ऐसी हालत है कि ये आत्महत्या करने को तैयार हैं।
इन्होंने थामा बसपा का दामन
सपा की रीना चौधरी ने बसपा ज्वाइन की वह पूर्व सांसद हैं।
रंजन चौधरी ने बीजेपी छोड़ बसपा का दामन थामा।
मोहम्मद सर्वर मालिक ने भी बसपा ज्वाइन किया।
बसपा महासचिव ने कहा सपा ने चुनावी घोषणा पत्र में कई वादे किये थे जो अब तक पूरे नहीं हुए। इन्हीं मुद्दों को बहुजन समाज पार्टी सदन में उठाएगी।
गया चरण दिनकर ने कहा :
22 से 30 तारीख तक सदन चलने की बात है। 23 अगस्त को सीएम अनुपूरक बजट पेश करेंगे। 24 अगस्त को उसे पास करने की कोशिश होगी। बसपा इस बार किसान, व्यापारी, मजदूर की आवाज़ उठाएगी। कानून- व्यवस्था ध्वस्त होने की वजह से जनता परेशान है। इस विषय को भी विधानसभा में उठाया जाएगा। इस सरकार में सबसे ज्यादे साम्प्रदायिक दंगे हुए हैं।