राष्ट्रीय युवा दिवस: रीता बहुगुणा जोशी- युवा तय करें अपनी दिशा, भारत को विश्वगुरु बनाने में दें योगदान

Update: 2018-01-12 07:14 GMT

लखनऊ: लखनऊ यूनिवर्सिटी (एलयू) में शुक्रवार (12 जनवरी) को राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम का आयोजन हुआ। महिला एवं बाल कल्याण मंत्री रीता बहुगुणा ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इसके साथ ही स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर पुष्पार्पण कर और वंदे मातरम के साथ कार्यक्रम का आगाज हुआ।

वहीं डिप्टी सीएम डॉ दिनेश शर्मा व्यस्तता के चलते कार्यक्रम में शिरकत नहीं कर पाए। एलयू में आयोजित कार्यक्रम के मंच पर रीता बहुगुणा के अलावा, मंत्री सुरेश खन्ना, वीसी एसपी सिंह, रामकृष्ण मठ के महंत धर्मपाल भी मौजूद रहें।

छात्राओं को मिला पुरुस्कार

नवयुग कन्या की छात्रा शिफाना स्वरचित कविता के लिए, अनमोल रत्न श्रीवास्तव को द्वितीय पुरस्कार और तीसरा माधव द्विवेदी (बीएसएनवी) को अवार्ड मिला। स्वामी विवेकानंद पर आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं का विजेताओं को मंत्री सुरेश खन्ना ने पुरुस्कृत किया।

अंतिम लक्ष्य हमारी मानवता हो...

मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि राष्ट्रीय विचार अभियान और राष्ट्रीय सेवा योजना के तत्वाधान में आयोजित राष्ट्रीय युवा दिवस के आयोजन में शिरकत करते हुए बहुत खुशी हो रही है। आज पूरे विश्व में स्वामी विवेकानंद के दर्शन और जीवन पद्धति पर कई कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। मैं ये समझती हूं कि जीवन ही दर्शन है। किसी भी महामना का जीवन दर्शन पढ़े तो दोषपूर्ण जीवन जीने से बच सकते हैं। आप किस मार्ग से अपने जीवन को अग्रसारित करते है, ये देखने वाली बात है। लेकिन अंतिम लक्ष्य हमारी मानवता होनी चाहिए। अध्यात्म और चिंतन के क्षेत्र में विवेकानंद का नाम है। उनकी एक राष्ट्रवाद की संकल्पना थी।

राष्ट्र और खुद को करें मजबूत

युवाओं की बात करे तो कई लोगों ने जिन्होंने अपने जीवन में बहुत कुछ अचीव किया है, उनका मानना है कि स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन से उन्हें सफलता की राह दिखी, जिससे जीवन सफल हुआ। विश्व एक दूसरे के काफी करीब आ गया है। आज युवाओं को अपनी दिशा तय करनी होगी। आपकी दिशा क्या सोशल मीडिया या लैपटॉप या ऐसी सुविधा पाना मात्र है या इन सुविधाओं का उपभोग करके राष्ट्र और खुद को मजबूत करने का काम करेंगे। अगर आपको अपने जीवन को समझना है तो विवेकानंद के दर्शन को पढ़िए। स्वामी विवेकानंद के जीवन दर्शन में बहुत ऊर्जा है। युवाओं से मेरा आग्रह है कि इसे आत्मसात कीजिए और भारत को विश्वगुरु बनाने में योगदान दीजिए।

तरक्की के साथ लक्ष्य स्पष्ट हो

मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि कार्यक्रम के आयोजकों को बधाई दी। उन्होंने इस विषय पर कार्यक्रम रखा। समय-समय पर ऐसे महापुरुषों को याद करने से आज के भौतिकवादी युग में युवाओं को सही दिशा में तररक्की की प्रेरणा देता है। हमें तरक्की के साथ अपने जीवन मूल्यों को भी देखना होगा। भारत का एक प्रदेश है पंजाब जो कभी तरक्की के मामले में बहुत आगे था, आज नशे की चपेट में हैं। ऐसा क्यों हुआ इससे बहुत बड़ी सीख मिलती है। हमें अपने जीवन का रास्ता तय करने के लिए आधारभूत मूल्यों को तय करना होगा। ये बहुत जरूरी है। हम तरक्की के साथ क्या चाहते ये स्पष्ट हो।

हिंदुत्व का सबसे बड़ा गुण है सहिष्णुता

मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि हिंदुत्व बहुत सहिष्णु है। हिंदुत्व का सबसे बड़ा गुण ही सहिष्णुता है। जब विवेकानंद एक कॉलेज में पढ़ते थे, तब बहुत उद्दंड थे लेकिन अध्यात्म के प्रति गहरी रुचि थी। उनके प्रोफेसर हेस्टी ने उन्हें संत रामकृष्ण के बारे में बताया। आप एक पूरे दिन झूठ न बोले और फिर शाम को देखिए कि एक अलग कॉन्फिडेंस होगा। आज हम दिखावटी दुनिया में जीते हैं।

हमारे पास एक शानदार इतिहास

मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि हमे अपने इतिहास पर गर्व है। हमारा इतिहास बहुत शानदार है। हमे अपनी आध्यात्मिक इतिहास से बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। इतिहास हमे सच बोलने की प्रेरणा देता है। सत्य एक ऐसा मार्ग है, जिससे आप अपने जीवन को एक नया आत्मबल दे सकते हैं।

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