Akhilesh Yadav On Mahakumbh Bhagdad: प्रयागराज में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर लंबी लाइन, अखिलेश यादव ने शेयर किया वीडियो
Akhilesh Yadav On Mahakumbh Bhagdad: अखिलेश यादव के वीडियो में महाकुंभ भगदड़ में जिन परिजनों ने अपने लोगों को खोया है, वे लोग उनके शव के लिए पोस्टमार्टम हाउस के बाहर लंबी लाइन में खड़े हैं।;
Akhilesh Yadav On Mahakumbh Bhagdad: समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया है। वीडियो में महाकुंभ भगदड़ में जिन परिजनों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है वे लोग उनके शव के लिए पोस्टमार्टम हाउस के बाहर लंबी लाइन में खड़े हैं। साथ ही उन्होंने जिम्मेदार से इसे संज्ञान में लेने की अपील की।
सपा प्रमुख ने एक्स पोस्ट में लिखा, ये समाचार दुखद भी है और ध्यान देने योग्य भी कि महाकुंभ हादसे में मारे गये श्रद्धालुओं के शव लेने के लिए, प्रयागराज में पोस्टमार्टम हाउस के बाहर परिजन लाइन लगाये खड़े हैं। पर परिजनों को शव नहीं दिया जा रहा है, जबकि ये परिजन आग्रह कर रहे हैं कि हमें सहायता-सांत्वना राशि या कोई मुआवज़ा नहीं चाहिये। बस हमारे परिजन का शव हमें दे दिया जाए। कोई ‘सक्षम’ संज्ञान ले!
मौनी अमावस्या पर हुआ बड़ा हादसा
बता दें कि 29 जनवरी यानी मंगलवार और बुधवार के दरमियान देर रात महाकुंभ के दूसरे और सबसे बड़े अमृत स्नान पर्व मौनी अमावस्या के दिन भगदड़ मच गई। भगदड़ देर रात 1.30 बजे के आसपास हुई। उस समय 100 मीटर में श्रद्धालु संगम नोज पर सो रहे थे। सो रहे लोगों के दोनों किनारों से भीड़ संगम नोज पर स्नान के लिए जा रही थी। भीड़ का दबाव लगातार बढ़ता ही जा रहा था। वहां सो रहे लोग पुलिस के बार-बार एनाउंस करने के बाद भी उठ नहीं रहे थे।
अचानक भीड़ का दबाव बढ़ा
इस बीच अचानक भीड़ का दबाव बढ़ गया और श्रद्धालु सोते हुए लोगों के ऊपर गिरना शुरू हो गए। जान बचाने को सो रही भीड़ उठकर भागने की कोशिश करने लगी। तभी एक के ऊपर एक लोग गिरते चले गए। अपने बैग पर सिर नीचे रखकर सो रहे लोगों के ऊपर से भीड़ निकलती चली गई। लोग जैसे सो रहे थे, सोते ही रहे। उनके ऊपर भी गिरे लोगों को भीड़ कुचलती चली गई।
10 मिनट में कुछ दिखा मंजर
अपनी जान बचाने के लिए जिसको जहां जगह मिली वहीं भाग पड़ा। नीचे कौन दब रहा है, किसकी जान जा रही है, इसकी को परवाह नहीं कर रह था। भीड़ बेकाबू हो गई। 10 मिनट में गंगा की रेती में भयावह मंजर दिखा। वहां लोगों के कपड़े, बैग, कंबल, जूते, मोबाइल और सारा सामान सब बिखरे पड़े मिले।