Ghaziabad News: गाजियाबाद में हो रही रोहिंग्या की तलाश, जानिए क्या है पूरा मामला

भाजपा के विधायक ने गाजियाबाद के डीएम को पत्र लिखकर पीएम आवास योजना का फायदा रोहिंग्याओं को भी देने की बात कही है।

Report :  Bobby Goswami
Published By :  Deepak Raj
Update: 2021-07-29 10:59 GMT

गाजियाबाद के डीएम

Ghaziabad News: गाजियाबाद में रोहिंग्यायों को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। पूरे जिले में रोहिंग्यायों की तलाश की जा रही है। डिस्ट्रिक्ट अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी की टीम पूरे जिले में पीएम आवास योजना से संबंधित फाइल को खंगाल रही है। मामला बेहद सनसनीखेज है। जिसके बाद कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। इन सवालों को खड़े करने वाला कोई और नहीं बल्कि बीजेपी के एक विधायक हैं।

गाजियाबाद के डीएम


दरअसल पूरा मामला 2 दिन पहले सामने आया था, जब गाजियाबाद से एटीएस ने रोहिंग्यायों को गिरफ्तार किया था। मामले में बीजेपी के विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने आरोप लगाया था कि लोनी में DUDA के अधिकारियों की मिलीभगत से कई रोहिंग्या को पीएम आवास योजना का लाभ दे दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया था कि मिलीभगत करके रोहिंग्या बांग्लादेशियों ने भारत की नागरिकता से जुड़े हुए मुख्य प्रमाण पत्र, जैसे आधार कार्ड और पहचान पत्र तक बनवा लिए हैं।

इस मामले में जांच की मांग जिलाधिकारी से की गई 

इस मामले में जांच की मांग जिलाधिकारी से की गई थी। अब DUDA परियोजना के निदेशक महेंद्र सिंह तंवर ने कहा है, कि मामले में प्रधानमंत्री आवास योजना के लाभार्थियों को लेकर एक बड़ी जांच आज से शुरू कर दी गई है। तीन एजेंसियां इस जांच में लगाई गई हैं। हालांकि उन्होंने कहा है कि अभी तक आरोपों से जुड़ा कोई तथ्य प्रकाश में नहीं आया है। लेकिन जांच पूरी होने का इंतजार किया जा रहा है।


विधायक के द्वारा डीएम को लिखा गया पत्र


जांच शुरू होने के बाद एक बार फिर से बीजेपी विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने आरोप लगाया है, कि हजारों की संख्या में बांग्लादेशी रोहिंग्या लोनी में बसे हुए हैं। इन्हें बसाने वाले रिश्वतखोर अधिकारियों को जेल भेजने की मांग विधायक कर रहे हैं।


मामले में उठे संगीन सवाल

जाहिर है पूरा मामला प्रकाश में आने के बाद कई संगीन सवाल उठ रहे हैं।

1 पहला सवाल यह है कि क्या बड़ी संख्या में रोहिंग्या को रिश्वतखोरी करके लोनी में बता दिया गया?

2 हाल ही में लोनी में बच्चा तस्करी के कुछ मामले सामने आए थे। एटीएस द्वारा पकड़े गए रोहिंग्या भी मानव तस्करी से जुड़े हुए हैं। सवाल यह है कि क्या लोनी में मानव तस्करी का कोई बड़ा रैकेट काम कर रहा है?

3 विधायक के आरोपों को माने तो उनकी टीम ने खुद पूर्व में ऐसे लोगों को पकड़ा था जिनके पास फर्जी दस्तावेज थे। तो क्या विधायक की बात को अनसुना करके देश की सुरक्षा से खिलवाड़ किया गया?

यह सिर्फ चंद सवाल हैं जो बड़ी गंभीर स्थिति की तरफ इशारा करते हैं। हालांकि इन सभी सवालों के जवाब जांच पूरी होने के बाद ही मिल सकते हैं।

 


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