Ghaziabad News: टी-शर्ट पर लिखे नंबर ने 6 साल के मासूम बच्चे को उसके परिवार से मिलवाया

गाजियाबाद में एक 6 साल के मासूम बच्चे को टीशर्ट पर लिखे हुए नंबर की वजह से तलाशा जा सका। बच्चा खेलने के दरम्यान गुम हो गया था।

Report :  Bobby Goswami
Published By :  Deepak Raj
Update:2021-08-03 22:29 IST

Ghaziabad News:  6 साल के एक मासूम बच्चे को टीशर्ट पर लिखे हुए नंबर की वजह से तलाशा जा सका। यह नंबर एक ऐसा उदाहरण पेश कर रहा है, जिससे हर छोटे बच्चे के माता-पिता के लिए मदद मिल सकती है। छोटे बच्चे के गुमशुदा होने की स्थिति में इस तरह की ट्रिक काफी कारगर साबित हो सकती है। आइए जानते हैं किस तरह का यह नंबर था जो बच्चे की टीशर्ट पर लिखा हुआ था।


बच्चे के टिशर्ट पर लिखा दादा का फोन नंबर

खेलते समय 6 साल का एक बच्चा लापता हो गया था

मामला गाजियाबाद में शहर कोतवाली इलाके के इस्लामनगर का है। कल खेलते समय 6 साल का एक बच्चा लापता हो गया था। दुखद बात यह थी कि बच्चा बोल भी नहीं पता है। बच्चे का परिवार उसे जगह-जगह तलाश रहा था। लेकिन इसी दौरान बच्चे के दादा के मोबाइल नंबर पर एक फोन आया जिसमें कहा गया कि आपका बच्चा हमारे पास है। डरने की जरूरत नहीं है। यह किसी फिरौती मांगने वाले का फोन नहीं था।

बल्कि पुलिस ने बच्चे के दादा को फोन किया था। आप सोच रहे होंगे कि पुलिस के पास बच्चे के दादा का नंबर कैसे आया। क्योंकि अभी तक तो परिवार पुलिस के पास नहीं गया था। तो आपको बता देते हैं पूरा माजरा क्या है। दरअसल बच्चे के दादा ने बच्चे की टीशर्ट पर अपना मोबाइल नंबर लिखा हुआ था। उनका कहना है कि बच्चे के हर कपड़े पर उनका मोबाइल नंबर लिखा गया है। जो इमरजेंसी स्थिति में कारगर साबित हो सकता है। हुआ भी वही जिससे बच्चा अपने दादा को वापस मिल गया।

माता पिता के लिए जरूरी खबर

यह मामला बच्चों के पेरेंट्स के लिए एक उदाहरण पेश करता है। हालांकि बच्चों को लेकर जरा सी लापरवाही उनके खोने का कारण बन सकती है। पुलिस ने बच्चे के दादा को हिदायत दी है कि वह बच्चे को लेकर जरा सी भी लापरवाही आगे से ना करें। क्योंकि बच्चा एक तरफ बोल नहीं पाता है और वह काफी छोटा है। हालांकि बच्चे की टीशर्ट पर लिखा हुआ उसके दादा का नंबर काफी चर्चा का विषय बना हुआ है।

इस तरह की ट्रिक से बच्चों की गुमशुदगी के दौरान कोई मददगार व्यक्ति उसके परिवार तक पहुंच सकता है। हालांकि बच्चों को भी परिवार से संबंधित मोबाइल नंबर जरूर याद करवाने चाहिए। लेकिन इस केस में बच्चा बोल नहीं सकता था। इसलिए मामला और ज्यादा गंभीर था। बच्चे के वापस मिलने के बाद परिवार ने राहत की सांस ली है।

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