Ghaziabad News : आधी रात क्यों किया गया 21 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर, जानें वजह

Ghaziabad News : एक साथ 21 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। एसएसपी अमित पाठक ने बड़ी कार्रवाई की है।

Report :  Bobby Goswami
Published By :  Shraddha
Update: 2021-07-23 01:43 GMT

एसएसपी अमित पाठक (फाइल फोटो - सोशल मीडिया) 

Ghaziabad News : उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में इस समय खाकीधारी पर काफी सख्ती दिख रही है। कई पुलिसकर्मियों (policemen) के तबादले हो रहे हैं। तो वहीं गाजियाबाद (Ghaziabad) में 21 पुलिसकर्मियों को आधी रात लाइन हाजिर किया गया है।

एक साथ 21 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है। एसएसपी अमित पाठक ने बड़ी कार्रवाई की है। आधी रात से ठीक पहले एसएसपी ने 16 कांस्टेबल और 5 हेड कॉन्स्टेबल्स को क्यों लाइन हाजिर किया। जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर।

व्यवहार और कार्यशैली में कमियां


हाल ही में एसएसपी अमित पाठक द्वारा ऐसे पुलिस कर्मियों की लिस्ट तैयार की गई थी जिनके कार्य में लापरवाही पाई गई थी या फिर उनके कार्य में पारदर्शिता और उत्कृष्टता की कमी थी। अलग-अलग थाना क्षेत्रों से पूरी लिस्ट तैयार की गई जिसमें 5 हेड कांस्टेबल और 16 कॉन्स्टेबल का नाम था। सभी को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर करने का आदेश जारी किया गया। एसएसपी अमित पाठक कानून व्यवस्था में सुधार के लिए इस तरह के कदम लगातार उठा रहे हैं। कुछ कड़े फैसले भी इनमें शामिल है।

कार्य में लापरवाही बर्दाश्त नहीं

बुधवार को ट्रॉनिका सिटी थाने के सब इंस्पेक्टर को दो बहनों की गुमशुदगी के मामले में रिश्वत लेने के आरोप में निलंबित कर दिया गया था। इससे पहले भी राजनगर एक्सटेंशन के कुछ पुलिसकर्मियों पर रेस्टोरेंट संचालक पर अनैतिक दबाव बनाने के मामले में एसएसपी ने ठोस कार्रवाई की थी। दोनों ही मामलों में विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए थे। एसएसपी अमित पाठक ने साफ कर दिया है कि कार्य में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।भ्रष्टाचार को लेकर भी जीरो टॉलरेंस की नीति पर अमित पाठक कार्य कर रहे हैं। पुलिस कर्मियों के लिए मैसेज साफ है कि काम पर फोकस करें और जनता से संबंधित शिकायतों का जल्द से जल्द निस्तारण करें।

क्यों और कैसे होती है लाइन हाजिर की कार्रवाई

किसी खाकीधारी के गलत आचरण या ड्यूटी में लापरवाही की शिकायत मिलने पर दो तरह से लाइन हाजिर किया जाता है। किसी पुलिसकर्मी की शिकायत सीधे पुलिस कप्तान तक पहुंच जाए या फिर थाना प्रभारी के पास। किसी खाकीधारी की शिकायत या लापरवाही मिलने पर क्षेत्राधिकारी को रिपोर्ट दें।


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