Ayodhya Ram Temple: 2023 में नई अयोध्या ने लिया आकार, बना इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सड़कों का हुआ कायाकल्प

Ayodhya Ram Temple: अयोध्या में एक साल में हुए बड़े स्तर पर विकास कार्य, रेलवे स्टेशन का हुआ कायाकल्प। अयोध्या के सौंदर्यीकरण के लिए भी योगी सरकार ने खर्च किये सैकड़ों करोड़ रुपये।जगमग हुए कुंड सरोवर तो नागरिक सुविधाओं में भी हुआ इजाफा। बेहतरीन कनेक्टिविटी, आधुनिक इंन्फ्रास्ट्रक्चर के साथ ही अयोध्या में लौटने लगी सुख-समृद्धि।

Newstrack :  Network
Update:2023-12-26 16:29 IST

2023 में नई अयोध्या ने लिया आकार, बना इंटरनेशनल एयरपोर्ट, सड़कों का हुआ कायाकल्प: Photo- Social Media

Ayodhya Ram Temple: पावन सप्तपुरियों में से एक और धरती की अमरावती कही जाने वाली अवधपुरी का गौरव लौटने लगा है। पांच सौ साल की प्रतीक्षा, परीक्षा, संघर्ष और आंदोलनों के बाद आखिरकार आगामी 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम अपने नव्य, भव्य और दिव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे। अयोध्या के कायाकल्प का जो संकल्प प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया वो अब सिद्धि की कगार पर पहुंच चुका है। साल 2024 अयोध्या के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण साल होने जा रहा है, मगर भविष्य में जब साल 2023 का मूल्यांकन होगा तो नि:संदेह यह वर्ष अयोध्या के गौरव की पुनर्प्रतिष्ठा का आधारशिला वर्ष कहा जाएगा।

2023 में अयोध्या के कायाकल्प के लिए हुए विकास कार्यों की एक लंबी सूची है। इसमें जहां प्रभु श्रीराम की नगरी को कनेक्टिविटी के लिहाज से सुदृढ़ करने पर सबसे ज्यादा कार्य किये गये। एक ओर अयोध्या को पूरे विश्व से जोड़ने के लिए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट का निर्माण हुआ तो वहीं रेल मार्ग से आने वाले यात्रियों के लिए अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन का कायाकल्प किया गया। चार पथों के जरिए सड़क कनेक्टिवी को मजबूत करने का कार्य हुआ तो वहीं अयोध्या के सौंदर्यीकरण का कार्य भी तेज गति से पूरा किया गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर अवधपुरी के चतुर्दिक विकास के लिए कार्य हो रहे हैं, जिससे एक बार फिर साकेतपुरी को समस्‍त ऐश्‍वर्यपूर्ण नगरी बनाने का सपना साकार होने लगा है।

2023 में अयोध्या में हुए महत्वपूर्ण विकास कार्य

Photo- Social Media

-मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा के प्रथम फेज का निर्माण कार्य।

-अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन के कायाकल्प का प्रथम फेज का कार्य।

-राम पथ, जन्मभूमि पथ और भक्ति पथ का निर्माण और फसाड सौंदर्यीकरण का कार्य।

-एनएच-27 बाईपास महोबरा बाजार से होते हुए टेढ़ी बाजार राम जन्मभूमि तक फोरलेन मार्ग का निर्माण कार्य।

-अयोध्या सुल्तानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से (एनएच330) से एयरपोर्ट तक फोरलेन सड़क का नव निर्माण कार्य।

-NH 27 बाईपास से राम पथ तक रेल सम्पार संख्या 111 - बी पर आरओबी के प्रथम लेन का निर्माण कार्य।

-रेलवे क्रॉसिंग संख्या-112 पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर बड़ी बुआ रेलवे क्रॉसिंग पर आरओबी का निर्माण कार्य।

-शिरोपरि लाइनों को भूमिगत करने का कार्य।

-राम की पैड़ी के मुख्य चैनल की रिमॉडलिंग।

-गुप्तारघाट से जमथरा घाट तक तटबंध का निर्माण।

-गुप्तारघाट का विकास एवं निर्माण कार्य।

-पुलिसकर्मियों के लिए 150 लोगों की क्षमता वाले ट्रांजिट हास्टल का निर्माण।

-पुलिसकर्मियों के लिए 600 लोगों की क्षमता वाले बैरक का निर्माण।

-राम की पैड़ी में अविरल जल प्रवाह के लिए पैड़ी की रिमाडलिंग का कार्य।

-राम की पैड़ी पर लाइट एंड साउंड शो का कार्य।

-सूर्यकुंड में जनसुविधाओं का विकास।

-सूर्यकुंड में लाइट एंड साउंड शो का कार्य।

-अंतरराष्ट्रीय रामकथा संग्रहालय में -डिजिटल रामायण गैलरी।

-स्मार्ट सोलर स्ट्रीट लाइट।

-अयोध्या बाईपास का सौंदर्यीकरण।

-अयोध्या के 8 कुंडों के वाटर रेजुवेशन का कार्य।

-हनुमानगढ़ी, दशरथ महल, कनक भवन, जानकी मंदिर, दिगंबर अखाड़ा में फसाड लाइटिंग का कार्य।

-यात्री निवास का अपग्रेडेशन और सौंदर्यीकरण का कार्य।

-गणेश कुंड, हनुमान कुंड और स्वर्णखनी कुंड का पर्यटन विकास।

-सूर्य कुंड स्थित सूर्य मंदिर का संरक्षण एवं जीर्णोद्धार।

-सड़क के किनारे दीवारों पर टेराकोटा कलाकृतियां बनाने का कार्य।

-राम की पैड़ी में म्यूरल आर्ट पेंटिंग का कार्य।

-कौशलेश कुंज में वाहन पार्किंग एवं दुकानों का निर्माण कार्य।

-अरूंधति-1 वाहन पार्किंग एवं दुकानों का निर्माण कार्य।

-अरूंधति-2 वाहन पार्किंग एवं दुकानों का निर्माण कार्य।

-अमानीगंज में वाहन पार्किंग एवं दुकानों का निर्माण कार्य।

-लक्ष्मण कुंज स्मार्ट वाहन पार्किंग (कलेक्ट्रेट पार्किंग) निर्माण कार्य।

-त्वरित आर्थिक विकास योजना के अंतर्गत सड़कों व नालियों का नव निर्माण कार्य।

-सीसी, इंटरलॉकिंग सड़क नाली निर्माण का कार्य।

-त्वरित आर्थिक विकास योजना के अंतर्गत डेकोरेटिव पोल एवं हैरिटेज लाइट के स्थापना का कार्य।

-सीता झील में वैज्ञानिक तरीकों से लिगेसी वेस्ट का निस्तारण।

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