नोएडा बॉर्डर पर हंगामा: अर्धनग्न हुए किसान, सरकार के लिए खोला मोर्चा

इस दौरान किसानों और पुलिस अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई है। किसानों ने अर्ध नग्न होकर पैदल मार्च किया है। भारी पुलिस बल कालिदी कुंज बॉर्डर पर तैनात किया गया है। लगातार स्थिति गंभीर बनती जा रही है।

Update:2020-12-06 21:09 IST
चिल्ला बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने रविवार को भी दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर सड़क को जाम किया है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस फॉर्स तैनात की गई है। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय

नोएडा: भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति ने केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। किसान यूनियन लोक शक्ति के सदस्यों ने केंद्र सरकार द्बारा लाए गए कृषि कानून के विरोध में राष्ट्रीय दलित प्रेरणा मंच से दिल्ली की तक पैदल मार्च शुरू किया। इस दौरान किसानों और पुलिस अधिकारियों के बीच नोकझोंक भी हुई है। किसानों ने अर्ध नग्न होकर पैदल मार्च किया है। भारी पुलिस बल कालिदी कुंज बॉर्डर पर तैनात किया गया है। लगातार स्थिति गंभीर बनती जा रही है।

दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर प्रदर्शन

केंद्र सरकार द्बारा लाए गए नए कृषि कानून के खिलाफ दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर चल रहा प्रदर्शन जारी है। चिल्ला बॉर्डर पर धरना दे रहे किसानों ने रविवार को भी दिल्ली-नोएडा बॉर्डर पर सड़क को जाम किया है। मौके पर भारी संख्या में पुलिस फॉर्स तैनात की गई है। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठाकुर भानु प्रताप सिह ने प्रदर्शन करते हुए कहा कि जब तक नए कृषि कानून बिल को केंद्र सरकार वापस नहीं लेती और किसानों के फसल के लिए लागू एमएसपी को कानूनी मान्यता नहीं देती है। तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा।

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विकास गुर्जर ने कहा कि अगर सरकार ने उनकी बात नहीं मानी तो 8 दिसंबर को आर-पार की लड़ाई होगी। किसान अपनी मांग पूरी होने के बाद ही धरना खत्म करेंगे। उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों से सीधी बात करें। केंद्र सरकार के मंत्री इस मसले को लेकर गंभीर नहीं है। वह वार्ता के दौरान किसानों में फूट डालने का प्रयास कर रहे हैं।

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एलआईयू अलर्ट

किसान आंदोलन के चलते शहर की एलआईयू अलर्ट मोड में आ चुकी है। आठ दिसंबर को बंद का एलान करने के बाद औद्योगिक नगरी में उद्योग खुलेंगे या नहीं इसको लेकर निति तैयार की जा रही है। एलआईयू विभाग के अधिकारियों ने उद्यमियों के साथ संपंर्क साधा है। उनकी राय भी ली है। हालांकि औद्योगिक संगठन ने बंद न करने की आग्रह किया है साथ ही किसानों के साथ वार्ता कर जल्द से जल्द बाार्डर खुलवाने की बात कहीं है। संगठन ने स्पष्ट कहा कि वह बंद के साथ नहीं है औद्योगिक गतिविधियां निरंतर जारी रहेंग।

रिपोर्टर दीपांकर जैन

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