एएफटी बार की नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को न्यायमूर्ति राजीव सिंह ने दिलाई शपथ

न्यायमूर्ति राजीव सिंह ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शुभकामना देते हुए अधिवक्ताओं के हित में मिलजुल कर काम करने और आगे बढ़ने का आह्वान किया।  उन्होंने कहा कि जीवन है तो समस्याएं भी रहेंगी लेकिन आपसी समन्वय से हम समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं। अधिवक्ता अगर आपस में मिलकर चलें तो तमाम समस्याओं का सहज समाधान निकाला जा सकता है।

Update: 2019-11-30 13:26 GMT

लखनऊ। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजीव सिंह ने शनिवार को आर्म्ड फोर्सेस ट्रिब्यूनल (एएफटी) बार एसोसिएशन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को शपथ दिलाई। वह इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।

इस अवसर पर उप्र बार काउंसिल के उपाध्यक्ष प्रशांत सिंह अटल व मेंबर जयनारायण पांडे व अवध बार के पूर्व अध्यक्ष परिहार के अलावा ट्रिब्यूनल के रजिस्ट्रार केके श्रीवास्तव, ज्वाइंट रजिस्ट्रार सीमित कुमार व सब रजिस्ट्रार द्विवेदीजी की गौरवमयी उपस्थिति रही।

न्यायमूर्ति राजीव सिंह ने अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी, उपाध्यक्ष रमेश चंद्रा, सचिव पंकज कुमार शुक्ला, संयुक्त सचिव ओमप्रकाश कुशवाहा, कोषाध्यक्ष कविता मिश्रा बेलौरा, कार्यकारिणी सदस्य- अशोक कुमार, अंकुर सक्सेना, रामकृष्ण वाजपेयी, अमित सचान, धर्मराज सिंह, गिरीश तिवारी पुष्पराज सिंह, रवेंद्र कुमार सिंह चौहान, श्याम सुंदर वाजपेयी, शशांक कुमार को शपथ दिलाई।

इसके बाद न्यायमूर्ति राजीव सिंह ने नवनिर्वाचित कार्यकारिणी को शुभकामना देते हुए अधिवक्ताओं के हित में मिलजुल कर काम करने और आगे बढ़ने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जीवन है तो समस्याएं भी रहेंगी लेकिन आपसी समन्वय से हम समस्याओं का समाधान निकाल सकते हैं। अधिवक्ता अगर आपस में मिलकर चलें तो तमाम समस्याओं का सहज समाधान निकाला जा सकता है।

न्यायमूर्ति सिंह ने कहा वकीलों पर बहुत बड़ी जिम्मेदारी है लेकिन वह लालच से दूर रहता है। वह अपने क्लाइंट का मुकदमा लड़ कर लाखों करोड़ों दिला देता है लेकिन खुद सिर्फ अपनी फीस से मतलब रखता है।

ई-लायब्रेरी से जोड़ने का एलान

बार काउंसिल वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत सिंह अटल ने कार्यकारिणी के सभी नवनिर्वाचित साथयों का अभिनंदन करते हुए एएफटी बार को ई लाइब्रेरी देने का एलान किया। उन्होने कहा कि अच्छी बात है कि सरकार ने अधिवक्ता के निधन पर पांच लाख उसके परिजनों को देने का गजट किया है। लेकिन गड़बड़ी यह है कि इसमें यह व्यवस्था 70 साल तक ही लागू हो रही है। उन्होंने कहा कि हमारी मांग है कि यदि किसी अधिवक्ता साथी का निधन 70 साल के बाद हो तो उसके परिजनों को भी अनुग्रह राशि मिले।

वकीलों को मिले आयुष्मान योजना का लाभ

उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास अधिवक्ताओं को आयुष्मान योजना से भी जुडवाने की है ताकि आकाशीवृत्ति पर गुजारा करने वाले वकील साथियों को आपात स्थिति में उपचार हो सके। उन्होंने कहा कि अधिवक्ताओं की आमदनी एक समान नहीं रहती कभी ज्यादा कभी कम तो कभी बिल्कुल नहीं। ऐसे में अधिवक्ताओं को यह सुविधा दिलाने का प्रयास किया जा रहा है।

 

50 हजार के अंशदान का एलान

पूर्व अध्यक्ष अवध बार परिहारजी ने अधिवक्ताओं की नई टीम को बधाई देते हुए एक आपातकोष बनाने के लिए 50 हजार रुपए की राशि देने का एलान किया। उन्होंने कहा कि एक विशालकाय कोष बनाने की दिशा में मेरी ओर से छोटी सी राशि है जिसे आप लोगों को आगे बढ़ाना है। इसमें सभी साथी सहयोग करें और इस कोष से संकट के समय किसी पीड़ित साथी की मदद की जा सके।

11 हजार के अंशदान का एलान

मेम्बर यूपी बार काउंसिल जयनारायण पांडे ने भी खुद को इस मुहिम से जोड़ते हुए 11 हजार रुपए नकद देना का एलान किया। अंत में नवनिर्वाचत अध्यक्ष दयाशंकर तिवारी ने अतिथियों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन विराट आनंद सिंह ने किया।

 

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