ओडीएफ की खुली पोल : यूपी के इस इलाके में सोच तो है, लेकिन शौचालय नहीं

यूपी का कासगंज जनपद भले ही जिलाप्रशासन के दस्तावेजों में ओडीएफ हो गया हो, लेकिन आज भी जरूरत मंद ग्रामीण शौचालय बनवाने के लिए इधर से उधर भटक रहे हैं।

Update: 2019-07-23 11:07 GMT

कासगंज: यूपी का कासगंज जनपद भले ही जिलाप्रशासन के दस्तावेजों में ओडीएफ हो गया हो, लेकिन आज भी जरूरत मंद ग्रामीण शौचालय बनवाने के लिए इधर से उधर भटक रहे हैं। ताजा मामला आज मंगलवार को विकास भवन कार्यालय पर देखने को मिला। जहां महदबा गांव के ग्रामीण महिलाओ पुरूषों ने प्रदर्शन कर शौचालय बनवाने की मांग उठाई। ग्रामीणों ने प्रधान पर अपने चहेतो के शौचालय बनवाने को आरोप लगाकर प्रधान मुर्दाबाद के नारे लगाए।

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ग्रामीणों का कहना था कि आधे गांव में स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनवा दिए गए, जबकि मजदूर किस्म के व्यक्तियों को कोई शौचालय तक नहीं मिला। जिससे जरूरत बंद लोग शौच के लिए खेतो में जाने को मजबूर है और न ही प्रधान द्वारा कोई विकास कार्य कराया गया, पूरा गांव विकास से अछूता है।

जिलाप्रशासन के स्वच्छ भारत अभियान को पलीता लग रहे प्रधान के मामले में प्रदर्शन कारी महिला मोहर कली से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रधान से शौचालय बनवाने की मांग करने जाए, तो वह फटकार कर भगा देता है, ऐसे में कासगंज जनपद ओड़ीएफ घोषित होना बेइमानी साबित हो रहा है।

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ओडीएफ जनपद की दुहाई दे रही जिला पंचायत राज अधिकारी महोदया शहनाज अंसारी से बात की तो उन्होंने बताया कि ग्रामीणों द्वारा शौचालय न बनवाने की शिकायत आई है, जांच पड़ताल कर कार्रवाई की जायेगी।

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