कृषि सुधार बिल से किसानों को मिलेगी बिचौलिओं से मुक्ति, खुलेंगे नए रास्ते

लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले के हरख ब्लॉक के छोटे से ग्राम दौलतपुर के निवासी पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किसान रामसरन वर्मा ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।

Update:2020-09-24 00:24 IST
बाराबंकी जिले के हरख ब्लॉक के छोटे से ग्राम दौलतपुर के निवासी पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किसान रामसरन वर्मा ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की।

लखनऊ: लखनऊ से सटे बाराबंकी जिले के हरख ब्लॉक के छोटे से ग्राम दौलतपुर के निवासी पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किसान रामसरन वर्मा ने बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की। अपने खेतों में केला, टमाटर, आलू, मेंथा के रूप में हरा सोना उपजाने का कार्य करके चर्चा में आए किसान रामसरन वर्मा ने बुधवार को लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उनसे केला उत्पादन को लेकर चर्चा की।

राम सरन वर्मा ने इस दौरान अपने द्वारा उत्पादित किये जा रहे केले के उत्पादन संबंधी कार्यों से मुख्यमंत्री को अवगत कराया जिसके बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किसान रामसरन वर्मा को आश्वासन दिया कि कोरोना काल के समाप्त होते ही वह उनके इस कृषि कार्य को देखने के लिए उनके गांव जरूर जाएंगे।

प्रगतिशील किसान रामसरन वर्मा ने बताया कि वे पिछले 32 वर्षों से केले की खेती कर रहे हैं। उन्होंने प्रदेश में करीब एक लाख टिश्यू कल्चर की खेती फैलाई है। प्रदेश में करीब 50 हजार से ज्यादा किसान उनके फॉलोवर हैं।

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प्रगतिशील किसान रामसरन वर्मा ने बताया कि उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने का अनुरोध किया था। जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया। प्रगतिशील किसान रामसरन वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अवगत कराया कि उनके द्वारा आलू की एक नई किस्म की टेक्नोलॉजी इजात की गई है। केले की खेती के बारे में अवगत कराते हुए उन्होंने कहा कि केले की खेती के लिए किसान एक हेक्टयर में 1200 पौधे लगाकर 12 से 14 महीनों में करीब 2 लाख का मुनाफा कमा सकते हैं। उन्होंने बताया कि इस वर्ष करीब 3 लाख रुपए का लाभ किसान को एक एकड़ से होने वाला है।

एक हेक्टेयर में केले की खेती से 6 से 7 लाख का होता लाभ

प्रगतिशील किसान रामसरन वर्मा ने बताया कि एक हेक्टेयर में 700 से 800 कुंतल केले का उत्पादन होता है जिसका मूल्य करीब 10 लाख रुपए है। इसमें करीब 3 लाख रुपये खर्च आता है और 6 से 7 लाख रुपये का लाभ किसानों को होता है।

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प्रगतिशील किसान रामसरन वर्मा ने कहा कि प्रदेश में केले की खेती का विस्तार किया जा सकता है और इसकी मार्केट भी हमारे प्रदेश में उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि आज हम केवल 20% केला पैदा करते हैं और 80% केला महाराष्ट्र से आता है। लेकिन अगर प्रदेश में ही केले की खेती को बढ़ावा दिया जाए और इसके लिए बाजार की उपलब्धता भी हो तो हमारे प्रदेश का किसान और प्रदेशः और भी समृद्ध होगा।

''भारत के किसानों के हित में है कृषि सुधार बिल''

प्रगतिशील किसान रामसरन वर्मा ने कहा कि की हाल ही में कृषि सुधार को लेकर जो बिल आया है। वह भारत के किसानों के हित में है। खास तौर पर जो हमारे किसान अभी बंदिश में बँधे थे, अपना माल बेच नहीं सकते थे मगर इस बिल के बाद अब वे देश के किसी भी कोने में अपनी उपज को बेच सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर हम अपनी फसल को कहीं बाहर ले जाएंगे तो हमें कोई मंडी शुल्क नहीं लगेगा, कोई रुकावट नहीं आएगी इसलिए यह बिल किसान के लिए बहुत उपयोगी है।

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प्रगतिशील किसान रामसरन वर्मा ने कहा कि इस बिल के जरिए सरकार ने किसानों को बिचौलियों से मुक्त कर दिया है, अब इसका सारा फायदा किसानों और उपभोक्ताओं को को मिलेगा। रामसरन वर्मा ने कहा कि हमारे किसान भाई अभी तक बंदिशों में बंधे थे। पहले कुछ लोगों के हांथों में ही व्यापार था मगर अब कोई भी किसान व्यापर कर सकता है।

रामसरन वर्मा ने कहा कि अब किसानों की बंदिशें खत्म हो गई हैं। बिचौलियों से हमें मुक्ति मिल गई है। अब किसानों के लिए रास्ते खुलेंगे, व्यापार करने का अच्छा अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा यह बिल पूरी तरह से किसान के हित में है।

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