Baghpat News : लाखों की लकड़ी के लालच में काट दिए हरे-भरे पेड़, कस्तूरबा स्कूल में हुआ पर्यावरण से बड़ा खिलवाड़

Baghpat News : एक ओर प्रदेश सरकार पौधारोपण का जोर दे रही है, वहीं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में लाखों की कीमत के खड़े आधा दर्जन से अधिक पेड़ो का अवैध कटान कर दिया गया।

Report :  Paras Jain
Published By :  Vidushi Mishra
Update: 2021-11-15 15:48 GMT

अवैध कटान (फोटो- सोशल मीडिया)

Baghpat News : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में झाड़ की आड़ में काट डाले पेड़। मामला पकड़ा गया तो हाईटेंशन लाइन आने का बना रहे बहाना। कुंभकर्णी नींद सो रहा वन विभाग, मामला दबाने में जुटे विभागीय अफसर।

जहां एक ओर प्रदेश सरकार पौधारोपण का जोर दे रही है, वहीं कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में लाखों की कीमत के खड़े आधा दर्जन से अधिक पेड़ो का अवैध कटान कर दिया गया। अब मामला उजागर हुआ तो विभागीय अफसर मामले को दबाने में जुटे है, वहीं लगातार शिकायतों के बावजूद वन विभाग के अफसर कुंभकर्णी नींद सो रहे है।

1.72 करोड़ की लागत से बना छात्रावास 

दरअसल कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में छात्राओं के लिए तकरीबन 1.72 करोड़ की लागत से छात्रावास बनाया जाना है। जिसको उप्र सिडो द्वारा बनाया जाएगा। कुछ दिन पूर्व शासन से अनुमति मिलने के बाद लखनऊ से विभागीय कर्मचारी हॉस्टल की पैमाईश करने आए थे।


आरोप है कि इस दौरान लखनऊ से आए विभागीय कर्मचारियों ने विद्यालय स्टॉफ व अन्य से मिलीभगत कर सहीं ढंग से पैमाईश किएं बिना विद्यालय परिषद में खड़े आधा दर्जन से अधिक पेड़ो का अवैध कटान कर डाला। अब मामला उजागर हुआ तो विभागीय कर्मचारी व विद्यालय स्टॉफ मामले को दबाने में जुटे है और पैमाईश की गई जगह के ऊपर हाईटेंशन लाइन आने का बहाना बना रहे है।

हैरानी की बात तो यह है कि अब विद्यालय परिसर में ही दूसरी जगह हॉस्टल बनाएं जाने की योजना बनाई जा रही है और वहां पर भी काफी संख्या में पेड़ खड़े है, जिनको कटान की तैयारी की जा रही है।


ये बोले जेई

बड़ौत। इस संबंध में लखनऊ से हॉस्टल की पैमाईश करने आए अवर अभियंता दीपक गुप्ता का कहना है कि जिस जगह हॉस्टल बनाने की जगह पैमाईश की गई थी, उसके ऊपर हाईटेंशन लाइन आ गई थी। पेड़ नहीं झाडिय़ा काटी गई हैं।

ये बोली जिला समन्वयक

बड़ौत। जिला समन्वयक संगीता शर्मा ने बताया कि कोई अवैध कटान नहीं हुआ है। जिस जगह हॉस्टल बनाया जाएगा, वहां पर खड़े पेड़ो के मूल्यांकन के लिए वन विभाग से अनुमति मांगी गई है। मूल्यांकन के बाद पेड़ों का कटान कर नीलामी की प्रक्रिेया की जाएगी।

ये बोले वन रेंजर

बड़ौत। वन क्षेत्राधिकारी राजपाल का कहना है कि मेरे संज्ञान में मामला नहीं है। यदि अवैध कटान हुआ है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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