बुलंदशहर: नरौरा में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का किया गया अस्थि विसर्जन
कल्याण सिंह की अस्थियां वैदिक मंत्रोचार के बीच शुक्रवार को नरोरा गंगा में विसर्जित की गई...
बुलंदशहर। यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल रहे बाबूजी कल्याण सिंह की अस्थियों को आज उनके बेटे सासंद राजवीर सिंह और उनके पोते संदीप सिंह ने जय श्री राम के नारों के साथ बुलंदशहर के नरौरा गंगा घाट पर वैदिक रीति रिवाज के साथ विसर्जित की।
जय श्री राम ने नारों के साथ अस्थि विसर्जन
शुक्रवार की सुबह कल्याण सिंह के बेटे सांसद राजवीर सिंह, पौत्र राज्यमंत्री संदीप सिंह, सौरभ सिंह, सांसद डॉ. भोला सिंह, फर्रुखाबाद सांसद मुकेश राजपूत, डिबाई विधायक डॉ. अनीता लोधी राजपूत, स्याना विधायक देवेंद्र सिंह लोधी, नरोरा नगर पंचायत चेयरमैन विवेक वशिष्ठ सहित बड़ी संख्या में परिवारीजन अलीगढ़ से नरौरा के बसी घाट पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने जय श्री राम के नारों के साथ सबसे पहले फूल चुने। इसके बाद अंत्येष्टि स्थल पर दीप प्रज्ज्वलित किया। फिर उनके बेटे और पोते ने अपने परिजनों की मौजूदगी में अस्थियों के विसर्जन किया। उस समय बेटे राजवीर सिंह भावुक हो गए।
5 कलशों में रखी गई पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियां
पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियां 5 कलशों में रखी गई। उनके बेटे सांसद राजवीर सिंह ने बताया कि 1 अगस्त को ब्रह्मा भोज के बाद परिजन अयोध्या और कांशी में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह की अस्थियों का विसर्जन करेंगें। पार्टी के द्वारा भी पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह जी की अस्थियों को पवित्र नदियों में प्रभावित किया जाएगा। राजवीर सिंह ने कहा कि बाबूजी प्रदेश के लाखों लोगों से सीधे जुड़े थे। वह उनके दिल में बसे थे। पार्टी बाबूजी के अस्थि विसर्जन को लेकर अन्य कार्यक्रम तय करेगी। बाबूजी के अस्थि विसर्जन यात्रा के लिए बाकायदा अस्थि विसर्जन रथ भी तैयार किया गया है।
21 अगस्त को कल्याण सिंह का हुआ था निधन
बता दें की कल्याण। सिंह का निधन 21 अगस्त को लखनऊ में हो गया था। 23 अगस्त को बुलंदशहर के नरौरा के बसी घाट पर राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया। वहीं, अलीगढ़ में 1 सितंबर को अरिष्टि एवं श्रद्धांजलि सभा आयोजित होगी।