Afghanistan-Taliban News: सपा सांसद बर्क के बिगड़े बोल, तालिबान का समर्थन करना पड़ा भारी
Afghanistan-Taliban News : सांसद शफीकुर्रहमान बर्क तालिबान के कब्जे को लेकर समर्थन कर रहे हैं।
Afghanistan-Taliban News : तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया है इस पर कई देश तालिबान (Taliban) के इस फैसले के खिलाफ है तो कोई इसका समर्थन कर रहे हैं। तालिबान - अफगानिस्तान (Taliban - Afghanistan) के इस विवाद में कई नेता तालिबान के खिलाफ अपनी आवाज उठा रहे हैं। वहीं समाजवादी पार्टी के सांसद शफीकुर्रहमान बर्क (Samajwadi Party MP Shafiqur Rahman Burke) तालिबान के कब्जे को लेकर समर्थन कर रहे हैं। जिसको लेकर इन्होंने कई तीखे बयान दिए हैं। जिसको लेकर इनके खिलाफ संभल में रिपोर्ट दर्ज किया गया है।
समाजवादी पार्टी के शफीकुर्रहमान बर्क उत्तर प्रदेश से सांसद है। आज उन्होंने कहा है कि 'अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जा जायज है।' उन्होंने अफगानिस्तान में तालिबान की कार्रवाई की तुलना भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से भी की है।
ये पहली बार नहीं है जब शफीकुर्रहमान बर्क ने ऐसा बयान दिया है। इससे पहले के उनके कुछ बयान देखिए -
- देश में मुसलमान खौफ में जी रहे, हम बेसहारा हैं।
- जनसंख्या नियंत्रण विधेयक पर पूछे जाने पर कहा कि 'पैदाइश अल्लाह का कानून, कुदरत से नहीं टकराना चाहिए।'
- कोरोना के बारे में कहा कि 'अगर कोरोना बीमारी होती तो दुनिया में इसका इलाज भी होता। यह तो सरकार की गलतियों की वजह से अजादे इलाही है, जिसका खात्मा अल्लाह के सामने रोकर गिड़गिड़ाकर अपनी गलतियों की माफी मांगने के साथ ही दुआ करने से ही हो सकता है।'
- एक सभा में बोले कि 'अगर कोई विवाद आपस में होता है तो पुलिस को दलाली का मौका ना दें।'
- वन्दे मातरम को इस्लाम के खिलाफ माना।
- चुनावी रैली में बोले कि सपा, बसपा और रालोद का गठबंधन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मौत का पैगाम बनेगा।
- अयोध्या विवाद के फैसले को ताकत के बल पर कराया गया फैसला बताया।
- भूमि पूजन के सवाल पर बोले कि 'अयोध्या में बाबरी मस्जिद थी, है और आगे भी रहेगी। जहां एक बार मस्जिद बन जाती है वह जमीन और वह हिस्सा हमेशा मस्जिद का ही रहता है और मस्जिद का ही रहेगा। यह इस्लाम का कानून है।'
- ये भी बोले कि 'बीजेपी लड़कियों को पकड़-पकड़ कर बलात्कार करवा रही है।'
- बर्क ने वैक्सीन पर बयान दिया कि 'टीकाकरण के लिए अभी इंतजार करें। यह वैक्सीन ठीक नहीं है, उलेमाओं ने भी इसमें गड़बड़ी बताई है।'
शफीकुर्रहमान बर्क के इतने बयानों के बाद अब विश्लेषण करने को कुछ रह नहीं जाता, बस मजाज देवबंदी का एक शेर ही काफी है -