देवबंद में UP ATS की बड़ी कार्रवाई, फर्जी दस्तावेजों से पासपोर्ट बनाने वाले 3 लोगों को दबोचा
सहारनपुर: फर्जी आधार कार्ड सहित अन्य फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर देश में अवैध रूप से रह रहे तथा विदेश जाने वाले बांग्लादेशियों के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान के तहत यूपी एटीएस की टीम ने मंगलवार (02 जनवरी) को फतवों के शहर देवबंद से तीन लोगों को गिरफ्तार किया है।
मंगलवार दोपहर करीब एक बजे एटीएस टीम और स्थानीय अभिसूचना इकाई और जिला पुलिस द्वारा चलाए गए सर्च आपरेशन के दौरान देवबंद क्षेत्र से दो संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है। जिसके बाद एटीएस के आईजी असीम अरुण की ओर से जारी की गई विज्ञप्ति में बताया गया है कि सहारनपुर के साथ-साथ गाजियाबाद से भी फर्जी प्रमाण पत्रों के आधार पर बांग्लादेशियों के पासपोर्स्ट बनाने वाले लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
इस तरह हुआ खुलासा
देवबंद से दो और गाजियाबाद से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने बताया, कि एटीएस को सूचना मिली थी, कि फर्जी आधार कार्ड तथा अन्य प्रमाण पत्रों के आधार पर भारत में रहने वाले बांग्लादेशियों का गिरोह सक्रिय है। जांच के दौरान पता चला कि युसूफ अली नामक व्यक्ति ने भी देवबंद से ही फर्जी पते पर पासपोर्ट बनवाया है। वह इस गिरोह का सक्रिय सदस्य है। वह वर्तमान में मुदानगर में रह रहा है।
कई दस्तावेज भी जब्त
एटीएस की टीम ने युसुफ को ग्राम कुर्सी थाना मुरादनगर जिला गाजियाबाद से गिरफ्तार किया। उसके पास से दो आधार कार्ड, पैन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मूल निवास पहचान पत्र, चैक बुक, पासबुक, एटीएम कार्ड, पासपोर्ट, ग्राम पंचायत प्रमाण पत्रों की फोटो स्टेट बरामद हुए हैं। युसूफ के खातों में सऊदी अरब से भी कई बार एक लाख से अधिक पैसे का लेन-देन हुआ है, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है।
देवबंद से दो गिरफ्तार
इसके बाद एटीएस, अभिसूचना इकाई सहारनपुर और जिला सहारनपुर पुलिस की संयुक्त टीम ने देवबंद से वसीम अहमद पुत्र निसार, निवासी मोहल्ला पठानपुरा देवबंद तथा अहसान अहमद पुत्र बदरूजमा, निवासी मोहल्ला किला देवबंद को गिरफ्तार किया। उनके पास से लैपटॉप, कप्यूटर प्रिंटर, स्कैनर, भारी मात्रा में फोटो, बने व अधबने प्रमाण पत्र तथा अनेक प्रमाण पत्रों की सैंकड़ों फोटो कॉपी बरामद हुई है।
भारी मात्रा में वसूलते थे पैसा
दोनों से पूछताछ करने पर पता चला कि ये लोग शपथ पत्र तथा स्कूल के फर्जी प्रमाण पत्र के आधार पर फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड तथा मूल निवाासी प्रमाण पत्र तैयार करा लेते थे। साथ ही सांठ-गांठ कर जांच पूरी कराकर पासपोर्ट बनवा लेते थे। इसके बदले बांग्लादेशियों से भारी मात्रा में पैसा वसूला जाता था। गिरफ्तार किए गए लोगों से राष्ट्रीय सुरक्षा एवं आतंकवाद से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर यूपी एटीएस तथा अन्य एजेंसियां जानकारी जुटा रही है।