ऑक्सीजन की कमी से दो लोगों की मौत, डी एम सी एमओ को लगाते रहे परिजन गुहार
मेडिकल कालेज में इलाज की स्थिति बदतर होती जा रही है। अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को डॉक्टर दूर से भी नहीं देख रहे हैं।
बहराइच : कैसरगंज और बलरामपुर निवासी युवक की ऑक्सीजन (Oxygen) की कमी से मेडिकल कालेज (Medical college) में मौत हो गई। उधर अस्पताल में भर्ती एक महिला के तीमारदार ने जिलाधिकारी, सी एम ओ समेत सभी को ऑक्सीजन के लिए फोन किया। लेकिन पांच घंटे तक कोई सुनवाई नही हुई। अस्पताल की स्थिति यह हो गई है कि डीएम सी सी एमओ , व एस डी एम की के कहने पर भी मेडिकल कालेज में ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। वहीं उपजिलाधिकारी ने तीमारदार से कहा कि उनका कोई मतलब नहीं है।
स्वशासी राज्य मेडिकल कालेज में दिनोंदिन इलाज की स्थिति काफी बदतर होती जा रही है। अस्पताल पहुंचने वाले मरीजों को डॉक्टर दूर से भी नहीं देख रहे हैं। कैसरगंज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात चतुर्थ श्रेणी कर्मी रंजनलाल एक हफ्ते से अस्वस्थ चल रहे थे।
सीएचसी कैसरगंज के अधीक्षक डॉ. एनके सिंह ने बताया कि चतुर्थ श्रेणी कर्मी की कोविड की कोई जांच नहीं हुई थी। लेकिन कर्मचारी का ऑक्सीजन लेबल कम हो गया था। इस पर उसे मेडिकल कालेज रेफर किया गया। मेडिकल कालेज में चतुर्थ श्रेणी कर्मी की मौत हो गई। उधर बलरामपुर जिले के ग्राम बेलहा निवासी मोहन सिंह की हालत खराब होने पर मेडिकल कालेज रेफर किया गया। यहां पर ऑक्सीजन के अभाव में मोहन सिंह की मौत हो गई। मृतक के परिवार के सोनू सिंह ने बताया कि ऑक्सीजन के लिए वह इधर-उधर भागते रहे। लेकिन अस्पताल प्रशासन द्वारा व्यवस्था नहीं की गई। अंत में मौत हो गई।
रुपईडीहा निवासी कांती देवी की तबियत खराब हुई। ऑक्सीजन लेबल कम हुआ तो उन्हें मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। लेकिन ऑक्सीजन नहीं मिला। इस पर कांती के परिवारीजनों ने जिलाधिकारी प्रभारी सी एम ओ अजित चंद्रा व एस डी एम को फोन लगाया। लेकिन उन्हें सिर्फ आश्वासन मिला ।