कानपुर: पूरा देश जहां एक ओर महिला दिवस मना रहा है वहीं कानपुर के बर्रा थाना के लोगों ने अनूठी मिसाल पेश की। मोहल्ले के लोगों ने चंदा इकठ्ठा कर दो गरीब लड़कियों की शादी कराई।
लोगों ने कुछ अलग करने की ठानी
-बर्रा थाना क्षेत्र के बर्रा सात के लोगों ने उठाया अनूठा कदम।
-क्षेत्र की जनता ने इस शिवरात्रि के पर्व पर कुछ अलग करने की ठानी थी।
-लोगों ने दो गरीब लड़कियों की शादी कराने का निर्णय लिया।
-तैयारी शुरू कर दी और पूरे मोहल्ले से चंदा इकठ्ठा किया।
शिव भक्त बने बराती
-इस विवाह को लेकर स्थानीय लोगो में खासा उत्साह था।
-शिव मंदिर के साथ-साथ पूरे इलाके को भी सजाया गया था।
-पहले शिव की बारात निकाली गई। इसके बाद यही शिव बारात रूबी और आरती की शादी के बराती बन गए।
दोनों ही लड़कियां बेहद गरीब परिवार से
-मोहल्लावासी अजीत सक्सेना बताया बर्रा सात में रहने वाली रूबी बेहद गरीब परिवार से है।
-माता-पिता की मौत के बाद उसने प्राइवेट नौकरी की और अपने छोटे भाई को पढ़ा भी रही है।
-वहीं दूसरी लड़की आरती है। उसके पिता मिट्ठूलाल की बीमारी से मौत हो गई थी।
-मां केतकी देवी ने मेहनत-मजदूरी कर उसे ग्रेजुएशन कराया।
-मोहल्ले वासियों ने इन दोनों लड़कियों की शादी कराने का निर्णय लिया।
क्या करते हैं दूल्हे?
-आरती का विवाह सर्वोदय नगर में रहने वाले सूरज सिंह से हुआ। सूरज एक प्राइवेट कंपनी में नौकरी करता है।
-वहीं रूबी की शादी संदीप कुमार से हुई। संदीप पेशे से किसान है।
कैसी थी आरती की जिंदगी?
-आरती ने कहा, होश संभालते ही संघर्षों से ही सामना हुआ।
-मैंने कभी नहीं सोचा था कि मेरा भी घर बसेगा और परिवार होगा।
-गरीबी के कारण कई दिनों तक भूखा भी रहना पड़ा था।
-मां ने हिम्मत दी और मुझे पढ़ाया। ट्यूशन पढ़ाकर घर का खर्च चलाती थी।
-आरती ने इलाके के लोगों का शुक्रिया अदा किया।
रूबी ने नम आंखों से कहा शुक्रिया
-रूबी ने नम आंखों से लोगों को शुक्रिया कहा।
-कहा, कभी नहीं सोचा था कि इतनी धूम धाम से मेरी शादी होगी।
भगवान शिव ने नव विवाहित जोड़े को दिया आशीर्वाद
इतना ही नहीं भगवान शंकर ने खुद नव विवाहित जोड़े को आशीर्वाद दिया। इस मौके पर इलाके के लोगों ने एक ही पंडाल के नीचे खाना खाया। बर्रा के लोगों की इस अनूठी पहल की चर्चा चारों और हो रही है।