यहां पिया जा रहा ज़हरीला पानी, वजह जान हो जाएंगे हैरान

हापुड़ रोड पर बसे गांव का भूगर्भ जल बुरी तरह से दूषित हो चुका है। इस क्षेत्र के करीब 10 किमी के दायरे में लाखों लोग गंभीर बीमारियों से पीड़ित हो चुके हैं।

Update:2020-03-17 21:02 IST

मेरठ: कई दशकों तक मेरठ महानगर के लिए नासूर रहे हापुड़ रोड स्थित पशुओं के कबीले पर भले ही सपा शासनकाल में जेसीबी चल गई हो। लेकिन हापुड़ रोड पर ऐसे न जाने कितने कबीले बन गए हैं। जिनमें प्रतिदिन हजारों की संख्या में पशुओं को काटा जा रहा है और इन कटे पशुओं का खून जमीन के भीतर बोरिंग के माध्यम से भूगर्भ में उतारा जा रहा है।

इससे हापुड़ रोड पर बसे गांव का भूगर्भ जल बुरी तरह से दूषित हो चुका है। हालत ये है कि इस क्षेत्र के करीब 10 किमी के दायरे में लाखों लोग गंभीर बीमारियों से पीड़ित हो चुके हैं। मीट प्लांट के आसपास बसे गांव वासियों को कैंसर जैसी जानलेवा बीमारियों से जूझना पड़ रहा है।

लोखों लीटर खून उतर रहा भूगर्भ में

सच संस्था के डा0 संदीप कहते हैं, कोरोना को देश में आपदा के रुप में लिया जा रहा है। लेकिन, मेरठ की जनता इससे भी बड़ी आपदा निरन्तर जल प्रदूषण करने वालों के साथ प्रशासन की मिली-भगत के चलते झेल रही है। जिससे हजारों लोग लाइलाज बीमारियों की चपेट में हैं।

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डा0 संदीप कहते हैं हमे ऐसे कई फोटो व वीडियो मिलीं हैं, जिनसे पता चलता है कि लाखों लीटर खून का पानी वाटर हार्वेस्टिंग बोरिंग के माध्यम से भूगर्भ में उतारा जा रहा है। संदीप पहल ने बकायदा एक वीडियो भी जारी की जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह पूर्व सांसद और निगम के पूर्व मेयर के मीट प्लांट का है।

पैसों के लालच में हो रहा ऐसा

संदीप कहते हैं यह उच्च स्तरीय जांच व कार्यवाई का विषय है कि रोजाना १२००० लीटर खून किस मीट प्लांट के द्वारा भूगर्भ में उतारने का अपराध किया जा रहा है। डा0 संदीप का आरोप है कि धन के लालच में आकर मीट माफिया, संबंधित विभागों के अधिकारी रूपयों के लालच में जनता के जीवन से खिलवाड़ कर रहे हैं।

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भूगर्भ के पानी में कटे हुए पशुओं का खून मिलने से यहां का पानी विषैला हो गया है। जिस स्थान पर ये मीट प्लांट हैं। वहां के आसपास के गांवों में लाईलाज बीमारियां फैल रही है इतना ही नहीं पशुओं और खेती पर भी इसका बहुत बुरा असर पड़ रहा है। डा0 संदीप ने दावा किया कि मीट माफिया, भ्रष्ट अधिकारी, नेता और दलालों का गठजोड़ जग जाहिर है। इन सभी ने इस अवैध कार्यों से करोड़ों रूपए कमा लिए हैं।

राज्यपाल और मुख्यमंत्री को की गई शिकायत

संदीप के अनुसार उन्होंने उक्त मामले की शिकायत समस्त साक्ष्यों सहित जिले व प्रदेश के आला अफसरों के साथ ही प्रदेश की राज्यपाल ,मुख्यमंत्री को भी की है। संदीप पहल को इस शिकायत के बाद अपनी हत्या का भी अंदेशा है।

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बता दें कि हापुड़ रोड के आसपास बसे गांवों के चारों ओर मीट प्लांट बने हुए हैं। इन मीट प्लाटों के चारों ओर 20 फुट ऊंची दीवारें हैं। इन दीवारों के पार क्या होता है इसकी जानकारी किसी को नहीं। वहीं आसपास के ग्रामीणों की माने तो रात के सन्नाटे में इन मीट प्लाटों में ट्रकों में भरकर पशु लाए जाते हैं।

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