गाजीपुरः शहर में 36 घंटे तक गुल रही बिजली के खिलाफ लोगो ने जमकर हंगामा किया। गुस्साएं लोगों ने शहर की सड़को को जाम कर जमकर नारेबाजी की। इतना ही नहीं लोगो ने जिला प्रशासन और बिजली विभाग के खिलाफ भारी प्रर्दशन करते हुए दिखे। जिले के समाजसेवकों ने बिजली कटौती के खिलाफ डीएम को पत्रक सौंपने और दोषी कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की मांग को लेकर कार्यालय पहुंचे।
डीएम के कार्यालय पर किया धरना प्रर्दशन
-गुस्साए लोग डीएम कार्यालय के गेट पर ही धरने पर बैठ गए।
-लोगों का आरोप है कि अधिकारियों ने प्रापर्टी डीलरों को लाभ पहुंचाने के लिए बिजली काटी थी।
-ताकि उनके प्लाट से हाईटेंशन तार हटा सकें।
-इससे पहले बिजली विभाग ने सूचना दी थी कि दशहरा और मोहर्रम से पहले जर्जर तारों को ठीक किया जाएगा।
-लोगों को गुस्सा तब आया जब पता चला कि प्रापर्टी डीलरों के फायदे के लिए बिजली कटौती की गई है।
36 घंटे तक काटी गई बिजली
-12 घंटे बिजली गुल होनी थी लेकिन 36 घंटे बीत जाने के बाद भी बिजली नहीं आई।
-सदर कोतवाली थाना इलाके के बीकापुर में एक प्रापर्टी ड़ीलर का प्लाट है।
-इस प्लाट के बीच से बिजली विभाग का हाईटेंशन तार गुजरता है।
-इसे हटाने के लिए प्रापर्टी डीलरों ने बिजली विभाग के अधिकारियों को रिश्वत दी थी।
-इसके कारण बिजली विभाग के अधिकारी उनके मन मुताबिक काम करने में लगे हुए थे।
-दो पोल को हटाने के लिए रातों रात 17 नए पोल लगा दिए गए थे।
-समय से बिजली नहीं आने पर लोगो ने पता किया, जिसके बाद पूरी सच्चाई सामने आई।
-इस बात का पता चलते ही लोगो ने बिजली विभाग के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया।
-इसके चलते बिजली विभाग के आलाधिकारियों के हाथ पांव फुलने लगे।
क्या कहते हैं एसडीएम?
एसडीएम सदर विजय शंकर तिवारी ने बताया कि बिजली कटौती की समस्या को लेकर लोग मिलने आए है। मामले की जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।