Lucknow: लखनऊ में मनाई गई 'फार्मेसी रत्न' राम उजागिर पांडेय की 19वीं पुण्यतिथि, किया गया रक्तदान
डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन के संस्थापक महामंत्री 'फार्मेसी रत्न' राम उजागिर पांडेय की 19वीं पुण्यतिथि पर प्रदेश के फार्मेसिस्टों ने उनके बताए सिद्धांतो पर चलने का संकल्प लिया।
Lucknow: डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन उत्तर प्रदेश के संस्थापक महामंत्री 'फार्मेसी रत्न' राम उजागिर पांडेय की 19वीं पुण्यतिथि पर प्रदेश के फार्मेसिस्टों ने उनके बताए सिद्धांतो पर चलने का संकल्प लिया। लखनऊ में डा श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में रक्तदान शिविर में 10 फार्मेसिस्टों ने रक्तदान किया। संघ के पूर्व महामंत्री डॉ केके सचान ने 22वीं बार रक्तदान कर श्रद्धांजलि अर्पित की। वहीं डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी अस्पताल(सिविल) में फार्मेसिस्ट फेडरेशन के अध्यक्ष सुनील यादव के साथ 10 अन्य फार्मेसिस्टो ने रक्तदान किया और श्रद्धांजलि सभा की गई।
पुष्प अर्पित कर राम उजागिर पांडेय को किया गया याद
फेडरेशन के प्रांतीय उपाध्यक्ष ओपी सिंह, उपाध्यक्ष प्रवीण यादव, साकिर , शाहरुख आदि ने भी रक्तदान किया। मऊ के अध्यक्ष सरफराज अहमद, रामानुज यादव, तपस्वी यादव, अशोक कुमार ने भी भागीदारी किया। प्रभारी अधिकारी फार्मेसी एचएन चौधरी ने पांडेय के चित्र पर माल्यार्पण कर रक्तदान शिविर (blood donation camp) का शुभारंभ किया। सभी चीफ फार्मेसिस्टों, फार्मेसिस्टों, लैब टेक्नीशियन, एक्स-रे टेक्नीशियन, कंप्यूटर ऑपरेटर, कार्यालय स्टाफ, नर्सेस, वार्ड बॉय, सफाई कर्मियों ने भी पुष्प अर्पित कर पांडेय को याद किया।
राज्य कर्मचारियों का मसीहा
कर्मचारी शिक्षक संयुक्त मोर्चा के अध्यक्ष वी पी मिश्र ने पांडेय जी के साथ बिताए क्षणों को याद करते हुए उन्हें राज्य कर्मचारियों का मसीहा बताया। उन्होंने कहा कि पांडेय कर्मचारियों में लोकप्रिय नेता थे, प्रदेश के कर्मचारियों को एकजुट करने में पांडेय की भूमिका हमेशा यादगार रहेगी। पांडेय ने फार्मेसी छात्रों को एकजुट करके संघर्ष की शुरुवात की थी और डिप्लोमा फार्मेसिस्ट एसोसिएशन का गठन किया था। सतत संघर्ष करते हुए फार्मासिस्ट संवर्ग में चीफ फार्मेसिस्ट से लेकर संयुक्त निदेशक तक के पद सृजित कराये।
उजागिर पांडेय को कुशल रणनीतिकार के साथ अच्छा साहित्यकार भी बताया
सुनील यादव ने पांडेय को एक कुशल रणनीतिकार के साथ अच्छा साहित्यकार भी बताया। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा लिखे गए पत्रों का संकलन करने से संघ को बहुत लाभ हुआ है। वहीं, प्रदेश के अन्य जनपदों में भी पांडेय की पुण्यतिथि पर रक्तदान, सेमिनार, फल वितरण सहित अनेक जनोपयोगी कार्यक्रमो का आयोजन किया गया। बता दें कि कर्मचारी नेता राम उजागिर पांडेय का 6 जुलाई, 2003 को एक सड़क दुर्घटना में असामयिक निधन हो गया था। तब से हर वर्ष पूरे प्रदेश में उन्हें 6 जुलाई को श्रद्धांजलि अर्पित कर याद किया जाता है।