इलाहाबाद HC के कार्यक्रम में बोले PM मोदी- अब तक 1200 गैरजरूरी कानून बदले गए
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पहली बार सार्वजनिक मंच पर एक साथ नज़र आए हैं। इलाहाबाद
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लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (02 अप्रैल) को पहली बार सार्वजनिक मंच पर एक साथ नज़र आए। इलाहाबाद हाईकोर्ट की स्थापना के डेढ़ सौ साल पूरे होने पर आयोजित समारोह का आज समापन कार्यक्रम है जिसमें पीएम मोदी और योगी दोनों मौजूद हैं।
पीएम बोले
हाईकोर्ट के इस समारोह में प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं विश्वास दिलाता हूं कि सरकार के रूप में हम न्याय के लिए हर जिम्मेदारी निभाएंगे
पीएम ने 100 साल पहले इसी धरती से डॉ. राधाकृष्णन की कही गई बात का उल्लेख किया।
उन्होंने कहा कि राधाकृष्णन ने कहा था कि कानून ऐसी चीज है जो लगातार बदलता रहता है...कानून लोगों के स्वभाव के अनुकूल होना चाहिये... पारंपरिक मूल्य के अनुरूप होना चाहिए।
अबतक हम 1200 कानून खत्म कर चुके, हर दिन मैं एक कानून खत्म करुंगा, देश के लोगों पर कानून का बोझ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट न्याय का तीर्थक्षेत्र है।
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया के हर शब्द में पीड़ा महसूस हुई, कुछ करने की पीड़ा है, हम सीजेआई के संकल्प के साथ हैं।
2022 के लिए संकल्प तय करें देशवासी। अपने जिम्मे के काम पूरे करें। बदले हुए युग में तकनीक का अहम रोल।
प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी और आजादी की चर्चा करते हुे कहा कि उन्होंने क्षमताओं को परिस्थितियों के अनुसार ढाल लिया।
पीएम ने कहा कि अब तक करीब 1200 कानून खत्म कर चुके हैं।
कानून अमीरों के लिए ही नहीं गरीबों तक भी पहुंचना चाहिये।
उन्होंने कहा कि तकनीक ने बहुत तरक्की की है, इसलिए उसका पूरा उपयोग होना चाहिये।
उन्होंने मोबाइल से कोर्ट की तारीख मिलने की वकालत की।
भारत सरकार न्याय व्यवस्था में आधुनिक तकनीक को शामिल करना चाहती है, इसके लिए नये प्रयास होना चाहिये। परिणाम बहुत बेहतर मिलेंगे।
सीजेआई ने कहा
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस जेएस खेहर ने कहा कि उपलब्ध संसाधनों में ही हमें अधिकतम क्षमता का प्रयोग करते हुए न्याय करना है।
चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया ने कहा इलाहाबाद का ऐतिहासिक और राजनीतिक महत्व है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट ने 5 चीफ जस्टिस दिए। लोहिया, जेपी से जुड़े फैसले इलाहाबाद हाई कोर्ट ने दिए। जजों की संख्या और लंबित मामले मुद्दे हैं।
सबसे ऊपर न्याय
इस मौके पर पीएम मोदी से पहले अपने संबोधन में केंद्रीय कानूुन मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने भरोसा दिलाया कि देश में न्यायपालिका की स्वतंत्रता बनी रहेगी।
कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा हाईकोर्ट ने प्रख्यात नेता भी दिए, डॉ राजेंद्र प्रसाद जैसे लोग राष्ट्रपति बने।
केंद्रीय कानून मंत्री के बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रजातंत्र में न्यायपालिका सबसे ऊपर होती है।
उन्होंने कहा कि कार्यपालिका और न्यायपालिका एक दूसरे के पूरक होते हैं और संतुलन का काम करते हैं।
मुख्यमंत्री योगी निष्पक्ष न्याय देना सरकार का काम, कानून से ही समाज चलता है
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि कानून शासकों के ऊपर होता है और न्याय व्यवस्था आवश्यकतानुसार बदलती रही है।
इलाहाबाद हाईकोर्ट के इतिहास का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस अदालत ने ऐसे आदेश दिये हैं, जो देश के लोकतांत्रिक इतिहास में हमेशा दर्ज रहेंगे।
उन्होंने कहा कि गरीबों को सस्ता और कम परेशानी वाला न्याय उपलब्ध हो, ऐसे प्रयास होने चाहिये।
पीएम का स्वागत
सीएम योगी ने इलाहाबाद एअरपोर्ट पर पीएम मोदी का स्वागत किया जिसके बाद दोनों एक साथ हाई कोर्ट पहुंचे । कार्यक्रम की शुरुआत दीप जला कर हुई जिसके बाद मौके पर पहुंचे चीफ जस्टिस समेत कई वरिष्ठ जजों ने सीएम और पीएम का ज़ोरदार स्वागत किया। बता दें कि कार्यक्रम में सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जेएस खेहर, कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद और राज्यपाल राम नाईक समेत कई बड़ी हस्तियाँ शामिल हैं ।
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