जहरीली हुई राजधानी: हवा में घुल गया जहर, स्मोग से ढंक गया शहर

क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी रामकरन ने बताया कि करीब 26 उद्योगों के निरीक्षण में 13 में वायु प्रदूषण के मानकों का उल्लघंन पाया गया। जबकि 06 निर्माण एजेंसियां भी प्रदूषण मानकों का उल्लघंन करती पायी गई।

Update: 2020-11-05 12:27 GMT
जहरीली हुई राजधानी: हवा में घुल गया जहर, स्मोग से ढंक गया शहर

लखनऊ: यूपी की राजधानी लखनऊ की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है। बीते 24 घंटे में लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स बढ़ कर 332 तक पहुंच गया है, जबकि इससे पहले यह 316 पर था। अत्याधिक खराब की श्रेणी में आने वाले इस एक्यूआई के आंकडे़ सामने आने पर चेते राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने औचक निरीक्षण व छापेमारी की कार्यवाही शुरू कर दी।

एजेंसियां भी प्रदूषण मानकों का उल्लघंन

क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी रामकरन ने बताया कि करीब 26 उद्योगों के निरीक्षण में 13 में वायु प्रदूषण के मानकों का उल्लघंन पाया गया। जबकि 06 निर्माण एजेंसियां भी प्रदूषण मानकों का उल्लघंन करती पायी गई।

photo by ashutosh tripathi (newstrack.com)

उद्योगों को कारण बताओं नोटिस जारी

उन्होंने बताया कि प्रदूषण बोर्ड ने इन सभी 06 निर्माण एजेंसियों तथा 13 उद्योगों को कारण बताओं नोटिस जारी कर 15 दिन में जवाब तलब किया है। उन्होंने बताया कि इन सभी परिसरों में फिर से औचक निरीक्षण किया जाएगा और वायु प्रदूषण के मानकों का उल्लंघन पाये जाने पर आर्थिक जुर्माने के साथ ही अन्य विधिक कार्रवाई की जाएगी।

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इधर, भारतीय विष अनुसंधान संस्थान ने भी बीते मंगलवार को राजधानी लखनऊ के 09 आवासीय, व्यवसायिक और औद्योगिक क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता पर किए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट जारी की।

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वायु गुणवत्ता मानक

आवासीय क्षेत्रों में अलीगंज, विकास नगर, इंदिरा नगर और गोमती नगर क्षेत्रों को शामिल किया गया, जबकि व्यावसायिक क्षेत्रों में चारबाग, आलमबाग, अमीनाबाद और चैक को शामिल किया गया और औद्योगिक क्षेत्र में अमौसी को शामिल किया गया।

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रिपोर्ट में बताया गया है कि हवा में पीएम10 और पीएम 2.5 कणों की मात्रा राष्ट्रीय परिवेशी वायु गुणवत्ता मानक से अधिक मिली है। मानसून पूर्व मापी गई पीएम10 और पीएम 2.5 की मात्रा की तुलना में मानसून के बाद पीएम10 में 9.6 और पीएम 2.5 में 20.6 की मात्रात्मक वृद्धि पाई गई।

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