लखनऊ: पुलिस ने क्रिकेट के खेल में सट्टे के खेल का भंडाफोड़ करते हुए 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। ये तीनों आईपीएल के युवा बुकीज हैं। पकड़े गए बुकीज ने बताया कि सारा सट्टा 'वन वे' मोड वाले डब्बा मोबाइल के जरिए दिल्ली से संचालित होता था। इनके पास से भारी रकम और डिवाइस बरामद की गई हैं।
सॉफ्टवेयर से सट्टा
-एसएसपी राजेश कुमार पांडेय ने बताया कि सट्टा सरगना अमित त्रिवेदी के साथ दीपू सोनी और शिखर गुप्ता को गिरफ्तार किया गया है।
-सर्विलांस की मदद से पकड़े गए सट्टेबाजों से एक लाख से ज्यादा नकदी, मोबाइल फ़ोन और लैपटॉप बरामद किये गए हैं।
- ये सट्टा I-BET सॉफ्टवेयर के जरिए चलाया जा रहा था।
-रेड के दौरान बरामद किेए गए लैपटॉप से I-BET सॉफ्टवेयर मिला है।
-इस सॉफ्टवेयर की मदद से ही सट्टेबाज नेट पर सटोरियों से जुड़े रहते थे।
-मैच खत्म होने पर इसी सॉफ्टवेयर की मदद से हजारों लोगों का सटीक हिसाब भी होता था।
डिब्बा मोबाइल से मिलती है इनफार्मेशन
-जिस मोबाइल से बुकी को रेट का पता चलता है, उसे सटोरिये अपनी भाषा में डब्बा मोबाइल कहते हैं
-ये मोबाइल वन वे मोड में काम करता है। यानी रेट कमेंट्री की तरह पता चलते हैं। इस पर बात नहीं हो सकती।
-डब्बा मोबाइल के लिए भी हर मैच के लिए 10,000 रुपए‘अंश इन्फ्राटेक’नाम की फर्म के आईसीआईसीआई बैंक खाते में जमा करने होते थे।
-सट्टेबाजों से कलेक्ट बाक़ी रकम आपस में बांट ली जाती थी। यहां हर दिन लाखों का कारोबार होता था।
पेरेंट्स ने की थी शिकायत
-दस दिन पहले कुछ पेरेंट्स ने पुलिस में अपने बच्चों की शिकायत की थी।
-पेंरेंट्स ने कहा था कि उनके बच्चे आईपीएल के दौरान सट्टेबाजी में पैसा लगा कर बर्बाद हो रहे हैं।
-शिकायत के बाद हरकत में आई पुलिस ने सर्विलांस से टोह लेनी शुरू कर दी।
-उनके कब्जे से भारी मात्रा में नकदी, मोबाइल फ़ोन और लैपटॉप बरामद किये गए हैं.