हाथरस जैसा बाराबंकी: पुलिस ने किया लड़की का अंतिम संस्कार, परिवार का आरोप
परिजनों ने आगे बताया कि इसके बाद दरोगा आजाद साहब ने उन्हें बुलवाया और उनसे कहा कि इसने लड़की को मुंबई भेज दिया है अब उसे लाने मुंबई जाना पड़ेगा।
बाराबंकी: 21 सितंबर को स्कूल से गायब हुई छात्रा के शव मिलने के बाद पुलिस द्वारा परिवार को बिना बताए अन्तिम संस्कार किये जाने के बाद लड़की का परिवार पुलिस पर गम्भीर आरोप लगा रहा है। परिजनों का साफ कहना है कि बाराबंकी पुलिस की कार्यशैली देख कर उनका विस्वास उठ गया है और अब वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से न्याय की आस में गुहार लगाएंगे।
21 तारीख को दर्ज कराई थी लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट
बाराबंकी के थाना नगर कोतवाली स्थित आवास विकास की रहने वाली छात्रा 21 तारीख को स्कूल से गायब हो गयी थी। जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट पुलिस ने 23 तारीख को दर्ज भी कर ली थी। बाद में पुलिस द्वारा लड़की को मुंबई ढूँढने जाना और फिर यह कहना कि लड़की का शव बरामद हुआ और उसका अन्तिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस की इस कहानी पर लड़की के परिजन विश्वास नहीं कर पा रहे और पुलिसिया कार्यशैली और उनकी खाऊ कमाऊ नीति से आजिज यह लोग मुख्यमंत्री से न्याय की गुहार कर रहे हैं।
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लड़की के परिजनों ने बताया कि उनकी लड़की 21 सितंबर को जीजीआईसी स्कूल पढ़ने गयी थी और स्कूल के सामने से वह गायब हो गयी। यह बात उन्हें तब पता चली जब स्कूल का टाइम खत्म होने के बाद यह लोग स्कूल उसे ढूंढने पहुंचे। स्कूल में कैमरा चेक करवाया गया और बताया गया कि लड़की स्कूल आयी ही नहीं। जब लड़की बहुत ढूँढने के बाद भी नहीं मिली तो पुलिस में उसके गुमशुदा होने की सूचना दी गयी जिसकी रिपोर्ट भी दर्ज हुई। पुलिस द्वारा किसी पर शक होने की बात पूँछने पर उन लोगों ने अपने छोटे दामाद पर शक जाहिर किया और उसे घर बुला कर पुलिस के हवाले भी किया। पुलिस ने कड़ाई से पूंछतांछ की तो उसने बताया कि लड़की को उसने अपने दोस्त के साथ मुंबई भेज दिया है।
परिजनों ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
परिजनों ने आगे बताया कि इसके बाद दरोगा आजाद साहब ने उन्हें बुलवाया और उनसे कहा कि इसने लड़की को मुंबई भेज दिया है अब उसे लाने मुंबई जाना पड़ेगा। इसके लिए काफी खर्च आएगा जो तुम्हारे पास हो वह दे दो जिससे प्लेन का टिकट हो जाये। उन लोगों द्वारा बार-बार मिन्नत किये जाने के बाद वह पहले पांच और फिर बारह कुल सत्रह हज़ार रुपये उनसे लिए। मुंबई से खाली हाथ लौटने के बाद इन लोगों ने उनके दामाद से फिर कड़ाई से पूँछतांछ की तो उसने बताया कि उसने उसकी हत्या कर थाना सतरिख के एक जंगल में फेंक दिया है।
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पुलिस उसे लेकर जंगल गयी और जहां शव नहीं मिला। फिर सतरिख थाने की पुलिस से पूँछने पर पता चला कि एक लड़की का शव मिला था और कल ही उसका अन्तिम संस्कार उनके द्वारा कर दिया गया है। जब उनसे लड़की की पहचान पूँछी तो एक दुपट्टे का फोटो दिखाया गया। परिजनों का आरोप है कि उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद उन्हें शव को न दिखाया गया और न ही अन्तिम संस्कार में शामिल होने की सूचना दी गयी तो वह कैसे मान लें कि जो दुपट्टा उन्हें दिखाया गया वह उन्ही की लड़की का है।
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सतरिख में ही जब पुलिस से शव की फोटो दिखाने को कहा गया तो पुलिस ने कहा कि उसे मत देखिए आप उसे देख नही पायेंगी। काफी कहने पर जो फोटो दिखाया गया उसका सिर धड़ से अलग था और उस पर तेजाब डाला गया था। इससे उन्हें शक है कि पहले उसके साथ दो से तीन लोगों ने दुष्कर्म किया है और फिर उसकी हत्या की है। पुलिस ने आरोपी दामाद को जेल तो भेज दिया है। मगर जो धाराएं लगानी चाहिए वह लगाई नहीं गयी। जिससे वह कुछ ही दिनों में छूट जाएगा और उनके परिवार की जान के पीछे पड़ जायेगा। वह न्याय के लिए मुख्यमंत्री को पत्र लिखेंगे क्योंकि बाराबंकी पुलिस से उनका विस्वास उठ गया है। बाराबंकी पुलिस उन्हें सिर्फ गुमराह कर रही है ।
पुलिस अधीक्षक ने बताए मामले के दो पहलू
इस सनसनीखेज घटना का खुलासा करते हुए बाराबंकी के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अरविन्द चतुर्वेदी ने बताया कि आज जिस घटना का खुला हुआ है उसके दो पहलू हैं। पहला यह कि थाना नगर कोतवाली इलाके के आवास विकास की रहने वाली लड़की स्कूल गयी थी और वहीं से वह गायब हो गयी थी। पुलिस को जब सूचना मिली तो सूचना को विकसित करते हुए अन्तिम बार इस लड़की की जिससे बात हुई थी वह नम्बर उसके सगे जीजा का निकला। जीजा ने पूंछतांछ करने पर बताया कि वह लड़की को लेकर चारबाग गया था और उसने लड़की को अपने एक परिचित सलमान के साथ मुंबई भेज दिया है।
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इस सूचना पर पुलिस की एक टीम मुंबई गयी और वहां न लड़की मिली और न ही सलमान। वापस आने पर पुलिस ने कड़ाई से पूंछतांछ की तो उसने बताया कि 21 तारीख को वह लड़की को मोटरसाइकिल से एक सुनसान जगह सतरिख के जंगल में लेकर गया था और वहीं उसी के दुपटटे से गला कस कर हत्या कर दी। पुलिस टीम बताए गए स्थान पर पहुंची तो इंस्पेक्टर सतरिख ने बताया कि 27 तारीख को एक क्षतविक्षत शव यहां मिला था जो पहचान में नहीं आ रहाथा और पहचान के लिए मरचरी में नियमानुसार 3 दिनों तक रखा गया और उसके बाद सम्मानपूर्वक अन्तिम संस्कार कर दिया गया। अब जब मामले का खुलासा हो गया है तो आरोपी को जेल भेजा जा रहा है।
रिपोर्ट- सरफराज़ वारसी