पुलिस की लापरवाही से परेशान युवक ने की आत्महत्या की कोशिश, अस्पताल में हो रहा इलाज
एक बार फिर पुलिस का शर्मसार कर देने वाला चेहरा सामने आया है। पुलिस की लापरवाही और नाकारी ने एक युवक को जान देने पर मजबूर कर दिया। मामला कानपूर का है
कानपुर: एक बार फिर पुलिस का शर्मसार कर देने वाला चेहरा सामने आया है। पुलिस की लापरवाही और नाकारी ने एक युवक को जान देने पर मजबूर कर दिया। मामला कानपूर का है जहां एक दबंग ने युवक से उसका मोबाइल ले लिया। युवक ने पुलिस से गुहार लगाई लेकिन पुलिस भी मुखबिर के दबाव में उसकी फरियाद नही सुनी ।इनसब से परेशां होकर युवक ने जहर खा लिया।
क्या है पूरा मामला ?
- बर्रा थाना क्षेत्र के वसुधा विहार जरौली फेस वन में रहने वाले एक नाथ सिंह का बेटा रोहित सिंह (21) रामगोपाल चौराहे पर अंडे और चाउमीन का ठेला लगाता है।
-रोहित की शॉप के बगल में ही जीतू यादव उसका छोटा भाई पप्पी यादव भी चाउमीन का ठेला लगाते है ।
-जीतू यादव की मौसी के लड़के कुलदीप ने रोहित से बात करने का बहाना बताकर मोबाइल ले लिया और जीतू को दे दिया ।
-रोहित लगातार एक हफ्ते से अपना मोबाइल जीतू और कुलदीप से मांगता रहा। लेकिन उन लोगों ने उसे मोबाइल नही दिया।
-जब वह उनकी हरकतों से परेशान हो गया तो उसने पुलिस से गुहार लगाई और जीतू ,कुलदीप और पप्पी के खिलाफ बर्रा थाने में तहरीर दी ।
-लेकिन पुलिस ने रोहित को ही उल्टा डरा धमका कर वहा से भगा दिया।
क्या कहता है रोहित?
-रोहित ने बताया कि मेरा एंड्रयड फोन था।
- पिछले हफ्ते जीतू के कहने पर कुलदीप ने मुझसे बात करने का बहाना बता कर फोन ले लिया था ।
-इसके बाद मै कुलदीप और जीतू से अपना मोबाइल मांगता रहा ,ये लोग मुझे डराते धमकाते रहे। -कहने लगे चाहे जहा चले जाओ अब तुम्हे मोबाइल नही मिलेगा ।
-इसके बाद मैंने 3 मार्च को जीतू ,कुलदीप और पप्पी के खिलाफ बर्रा थाने में तहरीर दी कि मेरा मोबाइल मुझे वापस दिलाया जाए।
-लेकिन तीन दिन बीत जाने के बाद पुलिस ने मेरी फरियाद नही सुनी ,जब मै थाने गया तो पुलिस ने कहा यदि उनके पास नही हुआ तो तुम्हे तुम्हारी दुकान से मारते हुये थाने तक लाऊंगा ।
-यह कहते हुए उन्होंने ने मुझे वहा से भगा दिया।
-अब मेरे पास और कोई रास्ता नही बचा था ,मेरी कही सुनवाई नही हो रही थी। इसी वजह से मैंने जहरीला पदार्थ खा लिया।
पुलिस अधिकारी के मुताबिक
-बर्रा इन्स्पेक्टर गिरजेश तिवारी के मुताबिक एक युवक ने नींद की गोली खाई है। उसका उपचार चल रहा है। वह खतरे से बाहर है। घटना की जांच कराई जा रही है जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्यवाई की जाएगी।