लखनऊ: सीएम आवास के पास मिली RLB स्टूडेंट की लाश मामले में अब पुलिस की उलझनें बढ़ती जा रही हैं। रिमांड में लिए गए दोनों रिक्शा चालकों ने नशे की हालत में स्टूडेंट के शव के साथ दरिंदगी और ब्लेज़र, मोबाइल चुराने की बात तो कबूली है। लेकिन वे यह स्वीकार करने को कतई तैयार नहीं हैं कि उन्होंने ही हत्या की थी। उनका दावा है की उन्होंने शव को लटकते देखा था। पहले पुलिस भी इसी थ्योरी पर काम कर रही थी। पुलिस के इन कयासों पर तब विराम लग गया जब स्टूडेंट की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई। इसमे उसकी मौत का कारण प्राइवेट पार्ट से एक्सेसिव ब्लीडिंग और एंटीमार्टम इंजरी बताया गया था।
पहचान मिटाने की हुई थी कोशिश
इतना ही नहीं पीएम रिपोर्ट ने एक बात तो साफ़ कर दी कि स्टूडेंट के साथ गैंग रेप हुआ था। मौत के बाद भी स्टूडेंट को बाहरी चोट पहुंचाई गई थी ताकि यह लगे कि यह हत्या नहीं आत्महत्या है।
जांच अब भी रिक्शा चालकों के इर्द-गिर्द ही
वहीं इस मामले में पुलिस के पास अगर कोई लीड है तो वह सिर्फ और सिर्फ रिक्शा चालकों और वहां गांजा और स्मैक पीने वालों के इर्द गिर्द ही घूम रही हैं।
किसी ने नहीं स्वीकारा गुनाह
जांच से जुड़े सूत्रों की मानें तो अभी तक स्टूडेंट की हत्या की बात पूछताछ में किसी ने भी स्वीकार नहीं की है। अब पुलिस के पास परिस्थितिजन्य तथ्यों के आधार पर ही इस बात की पुष्टि करने की जिम्मेदारी है कि इस बर्बर हत्या में रिक्शा चालकों के साथ उसके ही दोस्त शामिल हैं।
कई बड़े सवाल हैं जिनके जवाब ढूंढना होगी टेढ़ी खीर
-आखिर कौन है असली गुनहगार जिसने हत्या को आत्महत्या का रंग दिया?
-क्या यह काम भी रिक्शावालों ने ही अपने दोस्तों के साथ मिलकर अंजाम दिया था ?
-सवाल यह भी है कि वे इतने ही शातिर थे तो लडकी के फ़ोन का इस्तेमाल क्यों किया? गौरतलब है कि इस मामले में पुलिस ने उन्हें मोबाइल के आधार पर ही दबोचा था ।
-रिक्शा चालकों के पास वह रस्सी उस वक़्त कहां से आई होगी जिससे उन्होंने छात्रा की लाश को टांगा था?
-यदि ऐसा ही है तो पुलिस उस दुकानदार को अब तक क्यों नहीं ढूंढ पाई है?
ऐसे ही कई और सवाल हैं, पुलिस जिनका जवाब खोजना चाहती है। इससे मामले के खुलासे पर न तो बड़े सवाल खड़े हों और ना ही उनकी किरकिर हो। बता दें अभी तक राजधानी पुलिस द्वारा महिलाओं के खिलाफ हुई इस तरह की जघन्य अपराधों में हुए खुलासे में कई लूप होल रहे हैं ।
क्या कहते हैं एसपी ट्रांस गोमती
मामले की जांच में जुटे एसपी ट्रांस गोमती जयप्रकाश यादव ने बताया की पूछताछ के आधार पर अहम सुराग मिले हैं,जिनकी पुष्टि की जा रही है। स्टूडेंट का बैग और साइकिल बरामद करना बड़ी चुनौती है। उसे जल्द ही बरामद करने की कोशिश की जाएगी ।