सहारनपुर: गाय किसकी है, इस विवाद में दो समुदाय आमने सामने आ गए हैं। अब इसका फैसला तब होगा, जब गाय बच्चे को जन्म देगी। फिलहाल सहारानपुर पुलिस ने एक गाय पर दो लोगों के दावे का यही हल निकाला है। विवाद यह है, कि गाय एक पक्ष की पालतू है, और दूसरा पक्ष कह रहा है कि यह 3 महीने पहले चोरी हुई उसकी गाय है।
हक का विवाद
-मामला थाना देहात कोतवाली के गांव हाकिमपुरा का है।
-यहां एक गाय को लेकर दो अलग अलग समुदाय के लोगों में विवाद हो गया है।
-मामला दो समुदायों का होने के कारण तनाव है।
दावों में अंतर
-नगर कोतवाली के नूरबस्ती निवासी दूध का कारोबार करने वाले नूर आलम की गाय तीन माह पूर्व चोरी चली गयी थी।
-खोजबीन के दौरान हाकिमपुरा के दलित कश्मीरा सिंह के घर में बंधी गाय को देख कर उसने अपनी गाय बता कर हंगामा शुरू कर दिया।
-नूर आलम ने कहा कि गाय उसकी है जो 7 माह की गर्भवती है
-कश्मीरा सिंह ने कहा कि गाय उसकी है जो 9 माह की गर्भवती है।
नहीं निकला हल
-कश्मीरा सिंह की ओर से हिन्दू संगठनों के लोग जुट गए, तो नूर आलम के समर्थन में भी समुदाय के लोग जमा हो गए।
-हंगामे की सूचना पर देहात कोतवाली एसओ पीयूष दीक्षित फोर्स लेकर मौके पर पहुंचे।
-गाय के परीक्षण के लिए पशु चिकित्सक को बुलाया गया, मगर कोई हल नहीं निकला।
बच्चा करेगा फैसला
-पुलिस ने गाय को फिलहाल कशमीरा सिंह की सिपुर्दगी में ही रहने का आदेश दिया है।
-एसओ ने कहा कि मालिकाना हक का फैसला गाय की डिलिवरी के आधार पर किया जाएगा।