सुलतानपुर: सूबे की हुकूमत वाली गद्दी पर मुखिया की तस्वीर भले ही बदल गई हो। लेकिन सूबे के विकास की हकीक़त जो है, वो पहले वाली हुकूमत की पटरी पर चल रहा है।
बरसात के मौसम में उसे करीब से देखा जा सकता है। यहां कादीपुर तहसील जहां एमएलए भी बीजेपी का है, वहां आलम ये है कि आधा दर्जन परिवार के लोग जान हथेली पर रखकर जिंदगी जी रहे हैं।
एक हफ्ते से घर से नहीं निकले परिवार के लोग
दरअसल कादीपुर तहसील के मलिकपुर नोनरा गांव के रहने वाले बलेसर समेत करीब आधा दर्जन परिवारों के घर, बरसात के पानी से तालाब में तब्दील हो गए हैं।
-परिवार के लोगों की मानें तो आस-पड़ोस के रहने वाले कुछ दबंग लोगों ने नाली बंद कर दी है।
-वहीं, दूसरी तरफ बनी सड़क भी ऊंची है। लिहाजा बरसात का सारा पानी इनके घरों में घुस जाता है।
-परिवार के लोगों ने बताया कि वो करीब एक हफ्ते से घर से नहीं निकले हैं।
-लाख कोशिशों के बाद भी घरों से पानी नहीं निकाल पा रहे हैं। बरामदों में रखा अनाज भीग चुका है।
-पानी से इनके घरों की दीवारें नमी खा चुकी हैं, लिहाजा उनका घर कभी भी धाराशाई हो सकते हैं।
-हालांकि तहसील दिवस पर उन्होंने अधिकारियों से अपनी समस्या से अवगत कराया था, लेकिन अभी तक कोई ध्यान नहीं दिया गया।
आगे की स्लाइड में जानिए क्या हुआ सरकारी निर्देशों का
धूल फांक रहे सभी सरकारी निर्देश
प्रशासनिक हीलाहवाली की ये तस्वीरें तब सामने आ रहीं हैं, जब सीएम योगी ने सम्पूर्ण समाधान दिवस पर अधिकारियों द्वारा फरियादियों की शिकायतों का निस्तारण करने के निर्देश दिए हुए हैं। लेकिन जिले में ऐसे सभी निर्देश धूल फांक रहे हैं। खतरे में पड़े करीब आधा दर्जन परिवार की कहानी यही बयां कर रही है।
लगातार हो रही बरसात के पानी से इनके मकान कभी भी ढह सकते हैं। परिवार के लोगों का घर से निकलना मुश्किल हो गया है। लेकिन समाधान दिवस में न्याय दिलाना तो अब तक किसी प्रशासनिक अधिकारी ने इनका पुरसाहाल नहीं लिया।