Pratapgarh News: बाल श्रम के खिलाफ तेज होगा अभियान, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ने अधिकारियों के साथ की बैठक

Pratapgarh News: राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने जिला कारागार, जिला अस्पताल, वन स्टाप सेन्टर एवं पोषण पुनर्वास केन्द्र का निरीक्षण किया। आयोग के सदस्य ने जिला कारागार में महिला बैरक का निरीक्षण किया जिसमें 41 महिलायें व 04 बच्चे पाये गये।

Update:2023-07-01 23:41 IST
बाल श्रम के खिलाफ तेज होगा अभियान: Photo- Newstrack

Pratapgarh News: राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य श्याम त्रिपाठी ने जिला कारागार, जिला अस्पताल, वन स्टाप सेन्टर एवं पोषण पुनर्वास केन्द्र का निरीक्षण किया। आयोग के सदस्य ने जिला कारागार में महिला बैरक का निरीक्षण किया जिसमें 41 महिलायें व 04 बच्चे पाये गये। महिलाओं से जेल प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की जानकारी ली गयी, साथ ही साथ आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

अस्पताल में मिल रहीं सुविधाओं के बारे में जानकारी ली

उसके उपरान्त जिला महिला चिकित्सालय में पीकू वार्ड में भर्ती बच्चों एवं उनके परिजनों से मुलाकात की गयी और मिल रही सुविधाओं के बारे में जानकारी ली गयी। वहां उपस्थित चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गए। बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत जिला महिला चिकित्सालय परिसर में कन्या जन्मोत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें जिला महिला चिकित्सालय में जन्मी आठ बालिकाओं को आयोग के सदस्य द्वारा बधाई संदेश, बेबी किट एवं मिष्ठान आदि का वितरण नवजात बच्चियों को किया गया।

बच्चों के हित में संचालित हो रहीं तमाम योजनाएं

उसके उपरान्त राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य ने श्रम विभाग, चिकित्सा विभाग, आबकारी, प्रोबेशन, नेहरू युवा केन्द्र, माध्यमिक शिक्षा, बेसिक शिक्षा आदि विभागों द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी लेते हुये आपस में समन्वय बनाते हुये बच्चों के हित में कार्य करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये। बैठक में जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा बताया गया कि जनपद में केन्द्र एवं प्रदेश सरकार द्वारा बच्चों को किसी भी प्रकार समस्यायें न हो इसके लिये विभिन्न योजनायें संचालित है।

उन्होने बताया कि जनपद में कोविड-19 के दौरान जिन बच्चों के माता अथवा पिता की मृत्यु हुई थी, उन बच्चों को लाभ दिलाने हेतु मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के तहत जनपद के 178 बच्चे चिन्हित किये गये, जिनकों लाभ दिया जा रहा है। उन्हांने बताया कि 01 मार्च 2020 के पश्चात् जिन बच्चों के माता अथवा पिता की किसी अन्य बीमारी की वजह से मृत्यु हो गयी है, उनके बच्चे जो 18 वर्ष के नीचे है उन्हें उप्र मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य के तहत जनपद के 248 बच्चों को लाभ दिया जा रहा है और इन बच्चों का गोल्डेन कार्ड भी बना है।

जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा के अधिकारी से कहा कि कन्या सुमंगला योजना के तहत लाभार्थियों का ज्यादा से ज्यादा आवेदन फार्म भराये जाये जिससे लाभार्थियों को योजना का लाभ मिल सके। बैठक में उप जिलाधिकारी न्यायिक, जिला प्रोबेशन अधिकारी रण बहादुर वर्मा, सीओ सिटी करिश्मा गुप्ता सहित सदस्य बाल कल्याण समिति, सेन्टर मैनेजर वन स्टाप सेन्टर, चाइल्ड लाइन के सदस्य एवं अन्य सम्बन्धित उपस्थित रहे।

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