Prayagraj: गर्मी बनी आफत, संगम क्षेत्र हुआ वीरान, श्रद्धालुओं में देखी गई भारी कमी
Prayagraj News: प्रयागराज में मार्च महीने से ही गर्मी अपना सितम दिखा रही है।;
प्रयागराज में आफत बनी गर्मी
Prayagraj News: उत्तर भारत में गर्मी अपने पूरे शबाब पर है। अप्रैल के महीने में ही कई जिलों का पारा 44 डिग्री के पार पहुंच चुका है। संगम शहर प्रयागराज उत्तर प्रदेश का सबसे गर्म शहर भी रहा है। प्रयागराज में मार्च महीने से ही गर्मी अपना सितम दिखा रही है, जो अभी तक जारी है। हर मौसम गुलजार रहने वाले संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भीड़ में काफी कमी देखी जा रही है।
Newstrack की टीम जब शाम को संगम क्षेत्र का जायज़ा लिया गया, तो बेहद कम लोग दिखाई दिए। ये कहना गलत नहीं होगा कि कोरोना काल में जिस तरीके की तस्वीरें संगम क्षेत्र की दिखाई दी थी उस तरीके की तस्वीर अब दिखाई दे रही है।
श्रद्धालुओ के कम होने से पुरोहित हुए परेशान
तीर्थ पुरोहित इससे काफी परेशान है और उनका कहना है कि श्रद्धालुओं और पर्यटकों की कमी का सबसे बड़ा कारण बेतहाशा गर्मी है। संगम के किनारे बैठे तीर्थ पुरोहित इन दिनों काफी परेशान है। तस्वीरों में भी आप देख सकते हैं कि अधिकतर तखत पर बैठे अधिकतर तीर्थ पुरोहित या तो खाली बैठे हैं या फिर श्रद्धालु और पर्यटक क्योंकि ना आने से लेटे हुए भी नजर आ रहे हैं।
शाम 5:30 बजे जब हमारी टीम संगम क्षेत्र पहुंची तो आस्था की डुबकी लगाने वालों की संख्या में काफी कमी देखी गई। इसके साथ ही साथ 500 मीटर लंबे घाट पर महज़ 100 मीटर पर ही श्रद्धालु या कहे कि पर्यटक स्नान करते हुए नज़र आये।
महंगाई और गर्मी के कारण श्रद्धालु नहीं आ रहे
तीर्थ पुरोहित विजय शंकर त्रिपाठी का यह भी मानना है कि गर्मी के साथ-साथ महंगाई का भी असर देखा जा रहा है क्योंकि दूरदराज से आने वाले श्रद्धालु बढ़ते हुए पेट्रोल डीजल के दाम की वजह से आने में कतरा रहे हैं । तो उधर स्थानीय लोग बढ़ती गर्मी की वजह से नही आ रहे है। हालात ये है कि दिन भर में ₹200 कमाना भी मुश्किल हो रहा है जिससे सभी तीर्थ पुरोहित परेशान है।
तेज धूप के कारण लोग नहीं आते
उधर लखनऊ से आए अर्पित का कहना है कि वह बीते कई वर्षों से संगम क्षेत्र आते हैं और आस्था की डुबकी लगाते हैं ।लेकिन इस बार उनको संगम क्षेत्र में बेहद कम लोग दिखाई दे रहे हैं । वह भी यही मानते हैं कि इसका सबसे बड़ा कारण गर्मी है क्योंकि सुबह 9 बजे से ही धूप निकलती है जिसकी वजह से पर्यटकों की संख्या में कमी देखी जा रही है।