Priya Rathore Death Case: प्रिया के पिता ने PM Modi से लगायी गुहार, बेटी की हत्या को बताया जा रहा है सुसाइड

Priya Rathore Death Case: जालौन निवासी प्रिया बीकेटी स्थित एसआर ग्लोबल कॉलेज में आठवीं की छात्रा थी। वह हॉस्टल में ही रहती थी। 20 जनवरी को संदिग्ध परिस्थितियों में हॉस्टल की दीवार के पास वह मृत पाई गई थी।

Report :  Sunil Mishraa
Update:2023-02-13 22:06 IST

Lucknow Priya Murder Case (Social Media)

Lucknow News: एसआर ग्लोबल कॉलेज की छात्रा प्रिया के पिता जसराम ने सोमवार को पीएम, सीएम, राज्यपाल, महिला आयोग और मानवाधिकार आयोग समेत अन्य अफसरों को प्रार्थना पत्र भेजकर पुलिस व फॅरेंसिक एक्सपर्ट्स की जांच पर सवालिया निशान लगाए हैं। उनका कहना है कि प्रभावशाली शख्सियत की वजह से उनकी बेटी की हत्या को सुसाइड केस बनाने की तैयारी की जा रही है।

उन्होंने फॅरेंसिक की जांच पर भी सवाल उठाए हैं। उनका सवाल है कि पांचवीं मंजिल से अगर प्रिया गिरी या गिराई गई तो उसके गले की सर्वाइकल सी-7, सी-4, सी-5 की हड्डियां क्यों टूट गईं। एड़ी पर घिसटने के निशान कहां से आए। प्रिया के पैरों में चप्पल या जूता क्यों नहीं था। घटनास्थल पर खून का एक कतरा भी क्यों नहीं मिला। घटना का री-क्रिएशन करने के लिए सिर्फ 15 किलो का पुतला क्यों इस्तेमाल किया गया, जबकि प्रिया का वजन करीब 33 किलो था।

20 जनवरी को हॉस्टल में हुई थी संदिग्ध परिस्थितियों में मौत

जालौन निवासी प्रिया बीकेटी स्थित एसआर ग्लोबल कॉलेज में आठवीं की छात्रा थी। वह हॉस्टल में ही रहती थी। 20 जनवरी को संदिग्ध परिस्थितियों में हॉस्टल की दीवार के पास वह मृत पाई गई थी। पुलिस ने प्रिया के पिता जसराम की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज की है। इस केस की गुत्थी सुलझाने के लिए बीते दिनों मेडिकोलीगल एक्सपर्ट्स ने भी मौके का निरीक्षरण करने के साथ ही हॉस्टल की बिल्डिंग से तीन एंगल पर पुतला गिरवाया था। हॉस्टल की बिल्डिंग से प्रिया की डमी को एक बार पांचवीं मंजिल से छोड़ा गया। दूसरी बार धक्का देकर गिराया गया और तीसरी फोर्स के साथ फेंका गया था।

मेडिको लीगल एक्सपर्ट ने पुलिस को सौंप दी अपनी रिपोर्ट

मेडिको लीगल एक्सपर्ट्स ने घटना का री-क्रिएशन करने के साथ ही घटना के समय मौजूद लोगों के बयान, पारिस्थितिजन्य साक्ष्य और पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर गौर करने के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार कर बीकेटी पुलिस को सौंप दिया है। अपर निदेशक मेडिको लीगल जीएस खान ने बताया कि जांच रिपोर्ट और परिस्थितियां 'सुसाइड' या 'होमीसाइड' की ओर इशारा कर रही हैं। एक्सीडेंटल केस होने के कोई भी साक्ष्य नहीं मिले हैं। ओपीनियन रिपोर्ट बीकेटी पुलिस को भेज दी गई है।

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