प्रियंका के बांसवार गांव पहुंचने से पहले ही नावों की मरम्मत का काम शुरू, जानें पूरी बात

सियासी जानकारों की मानें तो कि प्रियंका गांधी का यह दौरा मछुआरा समुदाय के आंसुओं को पोंछने के बहाने निषादों के साथ मल्लाह, बिंद आदि उप जातियों को साधने की कोशिश है।

Update: 2021-02-21 06:16 GMT
इससे पहले 11 फरवरी को प्रियंका गांधी और बेटी मिराया प्रयागराज गईं थीं। उन्होंने संगम पर डुबकी लगाई थी। संगम तट पर पूजा अर्चना की थी।

लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा एक बार फिर यूपी के दौरे पर हैं। प्रियंका गांधी आज संगम नगरी प्रयागराज के बांसवार गांव पहुंचेंगी। वह यहां निषाद/मछुआरा समुदाय के लोगों से मुलाकात करेंगी। 10 दिनों के भीतर उनका प्रयागराज का यह दूसरा दौरा है।

आखिर बांसवार गांव आज क्यों आ रही हैं प्रियंका गांधी

बता दें कि 4 फरवरी को बांसवार गांव में अवैध खनन को लेकर पुलिस और नाविकों के बीच जबरदस्त टकराव हुआ था। आरोप है कि पुलिस ने नाविकों की पिटाई की थी और उनकी नावों में तोड़फोड़ की गई थी।

प्रियंका आज यहां करीब 3 घंटे रहेंगी। पुलिस की कार्रवाई में घायल ग्रामीणों से मिलेंगी। उनके पहुंचने से पहले ही यहां पर तोड़ी गई नावों की मरम्मत का काम शुरू हो गया है।

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प्रियंका के दौरे से यहां के निषाद समुदाय के लोग बेहद खुश नजर आ रहे हैं।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पिछले हफ्ते अपनी पार्टी का एक प्रतिनिधि मंडल बांसवार गांव भेजा था। सोमवार को वे खुद भी प्रयागराज जाने वाले हैं।

प्रयागराज के नाविकों की मदद करने पहुंच रही प्रियंका, लोगों को बेसब्री से इंतजार

प्रियंका के बांसवार गांव पहुंचने से पहले ही नावों की मरम्मत का काम शुरू, जानें पूरी बात (फोटो:सोशल मीडिया)

प्रियंका के दौरे के क्या हैं सियासी मायने?

सियासी जानकारों की मानें तो कि प्रियंका गांधी का यह दौरा मछुआरा समुदाय के आंसुओं को पोंछने के बहाने निषादों के साथ मल्लाह, बिंद आदि उप जातियों को साधने की कोशिश है।

इनका अच्छा खासा वोट बैंक हैं। पूर्वांचल की कई सीटों पर खासा प्रभाव है। यदि सिर्फ प्रयागराज को देखें तो अकेले निषाद समुदाय करीब 50 हजार की संख्या में यहां रहता है। प्रतापपुर, हंडिया में इनकी निर्णायक भूमिका है।

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प्रियंका के बांसवार गांव पहुंचने से पहले ही नावों की मरम्मत का काम शुरू, जानें पूरी बात (फोटो:सोशल मीडिया)

मौनी आमावस्या के दिन संगम में लगाई डुबकी

इससे पहले 11 फरवरी को प्रियंका गांधी और बेटी मिराया प्रयागराज गईं थीं। उन्होंने संगम पर डुबकी लगाई थी। संगम तट पर पूजा अर्चना की थी। प्रियंका गंगा में नाव चलाते हुए भी नजर आईं थीं।

इस दौरान उन्होंने शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद से भी मुलाकात की थी। प्रियंका गांधी शनिवार को भी उत्तर प्रदेश में थीं। उन्होंने पश्चिमी यूपी के मुजफ्फरनगर में किसान महापंचायत की थी।

इस दौरान उन्होंने आंदोलन के बावजूद कृषि कानूनों को वापस न लिए जाने के कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अहंकारी राजा करार दिया था।

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