वीडीए की रडार पर पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी, अब इन लोगों की खैर नहीं

धर्म नगरी काशी को स्मार्ट लुक देने के लिए मोदी-योगी सरकार पानी की तरह पैसे बहा रही है। काशी के कायाकल्प पर पिछले सात सालों में लगभग 50 हजार करोड़ रुपए लगाए जा चुके हैं।

Update: 2021-02-09 14:41 GMT
वीडीए के ‘रडार’ पर पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी, बेसमेंट में दुकान बनाने वालों की अब खैर नहीं

वाराणसी: धर्म नगरी काशी को स्मार्ट लुक देने के लिए मोदी-योगी सरकार पानी की तरह पैसे बहा रही है। काशी के कायाकल्प पर पिछले सात सालों में लगभग 50 हजार करोड़ रुपए लगाए जा चुके हैं। बावजूद इसके शहर की शक्लो-सूरत में अपेक्षित बदलाव नहीं दिख रहा है। कारण है, अफसरों का बेअंदाज और लापरवाही भरा रवैया। इसकी बानगी देखने को मिल रही है पूर्वांचल की सबसे बड़ी दवा मंडी सप्तसागर में, जहां नियमों को ताक पर रखकर पार्किंग एरिया को गोदाम और दुकानों में तब्दील कर दिया गया है।

अब चलगे वीडीए का डंडा

सप्तसागर मंडी में सुबह से शाम तक दवा व्यापारियों का तांता लगा रहता है। बनारस के अलावा आसपास के जिलों के लिए व्यापारी दवा लेने के लिए पहुंचते है। लिहाजा इलाके में जाम की समस्या बनी रहती है। सप्तसागर मंडी की तंग गलियों में जाम का दूसरा सबसे बड़ा कारण दुकान की पार्किंग एरिया में अतिक्रमण। दरअसल अधिकांश दुकानों के बेसमेंट में वाहनों की पार्किंग एरिया को मकान मालिकों ने गोदाम में तब्दील कर दिया है। इसके एवज में मकान मालिक व्यापारियों से मोटी रकम वसूल करते हैं।

मकान मालिकों की इस मनमानी का खामियाजा मंडी में पहुंचने वाले लोग और व्यापारियों को उठाना पड़ता है। इस बीच मकान मालिकों की मिल रही शिकायत पर वाराणसी विकास प्राधिकरण की नींद टूटी है। वीडीए ने ऐसे मकानों की सूची बनाने के आदेश दिए हैं, जिनके बेसमेंट में गोदाम या फिर दुकानें चल रही हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मनमानी करने वाले मकान मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है।

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बेसमेंट में गोदाम बनाने वालों पर होगी कार्रवाई

इस बीच स्थानीय व्यापारियों ने पूरी समस्या के लिए वीडीए के कुछ कर्मचारियों को कठघरे में खड़ा किया है। उनका कहना है कि वीडीए कर्मचारियों की मिलीभगत से बेसमेंट को गोदाम या दुकानों में तब्दील करने का कार्य चल रहा है। इस बाबत वीडीए सचिव सुनील कुमार वर्मा का कहना है कि आरोपों की जांच कराई जाएगी। मंडी में मनमाने तरीके से भवन निर्माण कराने वाले लोगों को चिन्ह्ति करने का कार्य किया जा रहा है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ऐसे लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।

आशुतोष सिंह

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