Block pramukh election2021: सपा ने भाजपा पर लगाए लोकतंत्र की हत्या का आरोप, पढ़िए पूरी खबर
सपा औऱ भाजपा नेताओं के बीच तीखी नोक-झोंक के बीच मामला पुलिस तक पहुंचा जिसके बाद मामला को शांत कराया गया।
Sonbhadra News: प्रखंड प्रमुख के चुनाव को लेकर राज्य में जगह-जगह हिंसा व जोर जबर्दस्ती की खबर कई जगहों से आ रही है। कहीं पर पर्चा छिनने का तो कही पर नामांकन नहीं करने का आरोप सत्तापक्ष के नेताओं पर लग रही है। इसी कड़ी में एक खबर सोनभद्र के चोपन से आ रही है जहां सपा प्रत्याशी अमरावती देवी के नामांकन को भाजपा के इशारे पर नामांकन नहीं होने का चाल चला गया था।
आपको बता दें की चोपन में प्रत्याशी के पर्चा दाखिले के वक्त सपाइयों और पुलिस के बीच तीखी तकरार हुई। अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष आमिल बेग को हिरासत में ले लिया गया। इससे भड़के सपाजनों ने पुलिस पर पर्चा व मूल डाक्यूमेंट्स छीन लेने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। जिलाध्यक्ष विजय कुमार यादव की अगुवाई में चोपन ब्लॅाक पर धरना लेकर सत्तापक्ष पर निशाना साधा।
सपा की तरफ से अमरावती देवी की उम्मीदवारी तय की गई थी
चोपन ब्लाक प्रमुख के पद पर ओबरा विधायक संजीव सिंह गौड़ की पत्नी लीला देवी गौंड़ उम्मीदवार हैं। सपा की तरफ से अमरावती देवी की उम्मीदवारी तय की गई थी। दोपहर 12 बजे भाजपा ने नामांकन दाखिल किया। दो बजे जब सपा उम्मीदवार पर्चा दाखिल करने पहुंची तो ब्लॉक गेट पर सपाइयों और पुलिस में तकरार शुरू हो गई। इसके बाद पुलिस ने सपा नेता आमिल बेग को हिरासत में ले लिया।
तकरार के बाद प्रत्याशी जब अंदर पर्चा लेकर पहुंची पर्चे के साथ नत्थी ओरिजनल डॉक्यूमेंट्स गायब थे। आरओ ने पर्चे के साथ कोई कागजात न होने के कारण पर्चा लेने में असमर्थता जताई तो दूसरे पर्चे के साथ नत्थी कागजात लाकर पर्चा दाखिल किया गया। उधर इस बात की जानकारी जैसे ही जिला अध्यक्ष विजय यादव को लगी, चोपन ब्लाक पहुंचकर पार्टीजनों के साथ धरने पर बैठ गए।
सपा प्रत्याशी ने भाजपा को लोकतंत्र की हत्या करने का लगाया आरोप
पुलिस पर सत्ता पक्ष की मदद करने का आरोप लगाते हुए कहा कि कि सपा प्रत्याशी के नामांकन में अवरोध खड़ा करना लोकतंत्र की हत्या है। पुलिस ने गलत तरीके से अल्पसंख्यक सभा के जिलाध्यक्ष आमिल बेग को गिरफ्तार कर लिया है। इससे स्पष्ट है कि पुलिस भाजपा के इशारे पर काम कर रही है और भाजपा के विधायक के पत्नी को जिताना चाहती है। पर्चा दाखिला के समय सपा कार्यकर्ताओं के साथ अमानवीय व्यवहार किसी भी रूप में ठीक नहीं ठहराया जा सकता।
पूर्व सदर विधायक अविनाश कुशवाहा ने कहा कि भाजपा के लोग सत्ता के नशे में डूबे हुए हैं। सपा प्रत्याशी का पर्चा व अन्य कागजात छिनने की कोशिश यह साबित करती है कि पुलिस सत्ता पक्ष को जिताने के लिए अपराधियों सरीखा व्यवहार कर रही है। इस मौके पर पूर्व जिलाध्यक्ष संजय यादव, जयप्रकाश पांडेय, इश्तियाक अहमद, सईद कुरैशी, रमेश वर्मा ,परमेश्वर यादव, अमरनाथ यादव, सुनील गौड़, विजय अग्रहरि, सत्यदेव पांडेय, अजीत कनौजिया, विपिन कश्यप ,नजमुद्दीन इदरीसी, कुशल सिंह, मुकेश कनौजिया, सुल्तान, अरुण आदि मौजूद रहे। उधर, शाम पांच बजे दोनों पर्चे की जांच की गई। इसके बाद दोनों पर्चों के वैध पाए जाने घोषणा की गई तब जाकर सपा के लोग शांत हुए।