Block Pramukh Election 2021: सोनभद्र में सपा कार्यकर्ताओं का बवाल, जमकर मचाया उत्पात, पुलिस से भी हुई भिड़ंत
सोनभद्र में सपा ने भाजपा कार्यकर्ताओं व पुलिस पर पत्थरबाजी की जिसमें एख पुलिस व भाजपा के नेता की सर फट गई।
Sonbhadra news: ब्लॅाक प्रमुख के चुनाव में प्रदेशभर में गहमा-गहमी का माहौल है कही सपा जीत रही है तो कहीं राज्य में सत्तारुढ़ भाजपा के प्रत्याशी जीत रहे हैं। इस चुनाव में नहीं तो बसपा दिख रही है और नहीं कांग्रेस, वैसे इन दोनों दलों की राज्य में स्थिती काफी कमजोर भी है इसी कारण इन लोगों ने प्रमुख चुनाव में कोई बढ़-चढ़कर भागीदारी नहीं कर रहा है। इस सिलसिले में सोनभद्र से खबर आ रही है की वहां के प्रमुख के चुनाव में भाजपा ने जीत दर्ज की है और सपा उम्मीदवार को हार का सामना करना पड़ा। सपा समर्थकों ने हंगामा किया और सरकार विरोधी नारे लगाने के साथ-साथ प्रशासन पर सरकार के साथ मिलीभगत का आरोप लगाया है।
आपको बता दें की नगवा ब्लाक में ब्लाक प्रमुख का परिणाम आने के बाद उग्र हुए सपा समर्थकों ने जमकर बवाल काटा। पत्थरबाजी में एक पुलिसकर्मी का सिर फट गया। एक भाजपा नेता सहित कई घायल हो गए। कई वाहनों में भी तोड़फोड़ की। हालात नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कई राउंड फायरिंग और आंसू गैस छोड़नी पड़ी, तब जाकर किसी तरह स्थिति नियंत्रित हुई। शाम 4:30 बजे तक रुक-रुक कर पत्थरबाजी होती रही।
तनाव की स्थिति देख इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है। कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची हुई है। प्रतिष्ठा परक सीट होने के कारण यहां सुबह से ही तनाव की स्थिति बनी हुई थी। शाम चार बजे परिणाम घोषित हुआ। इसके बाद विजयी हुए भाजपा प्रत्याशी आलोक सिंह को पुलिस के लोग अपनी सुरक्षा में मतदान बक्से वाले वाहन में जाने लगे। तभी ब्लॉक परिसर से बाहर आए सपा प्रत्याशी के एजेंट ने सपा समर्थकों को जानकारी दी कि उसके सामने वोटों की गिनती नहीं की गई है और एतराज पर उसे बाहर कर दिया गया है।
इस पर वहां मौजूद सपा समर्थक उग्र हो उठे और पुलिस-सरकार विरोधी नारेबाजी करते हुए वहां मौजूद ब्लॉक कर्मियों पर सपा समर्थकों ने हमला बोल दिया। कई भाजपा नेता भी चपेट में आ गए। किसी तरह पुलिस प्रत्याशी आलोक और वहां मौजूद अधिकारियों को सुरक्षित बाहर निकाला। पथराव की चपेट पर आकर वहां मौजूद माची थाने में तैनात सिपाही सुनील सिंह का सर फट गया। पत्थरबाजों ने वाहनों में भी तोड़फोड़ की। पत्थर मारकर कई गाड़ियों का शीशा तोड़ दिया।
वहां के पास खड़े संजय जायसवाल का सर फट गया। पूर्व राबर्ट्सगंज नपा चेयरमैन कृष्ण मुरारी को भी हल्की चोट आई। किसी तरह वहां से वह लोग बचकर निकले। इसी तरह कुछ और लोगों को घायल होने की बात बताई जा रही है। हालात इस कदर बेकाबू हो गया कि पुलिस को 15 से 20 राउंड फायरिंग करनी पड़ी और 5 से 6 आंसू गैस छोड़ने पड़े। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक आधे घंटे से भी अधिक समय तक बवाल बना रहा। मौके पर कई थानों की पुलिस फोर्स पहुंच कार्य स्थिति को नियंत्रित करने में लगी हुई है।
पहले से था इनपुट, मगर नहीं दिखाई संजीदगी
सूत्रों की माने तो पुलिस के पास 10 दिन पहले इस बात का इनपुट पहुंचा था कि वहां बवाल हो सकता है लेकिन अब तक के चुनाव में अपनी हनक बनाने में कामयाब पुलिस यह भूल गई कि यहां बवाल हो सकता है। बता दें कि यह एरिया झारखंड से सटी हुई है और झारखंड नक्सल गतिविधियों से प्रभावित है। यहां अक्सर बिहार के अपराधियों की भी मौजूदगी देखने सुनने को मिलती रहती है। बावजूद उदासीनता को लेकर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। घटना में भी बिहार के अपराधियों के शामिल होने से इनकार नहीं किया जा सकता।