Chandauli News: चंदौली में बसपा का ध्वस्त हुआ किला, एक एक कर सभी पुराने विधायकों ने पार्टी का साथ छोड़ा
चंदौली जनपद में बहुजन समाज पार्टी के कद्दावर नेताओं में से एक चकिया के पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट ने भी अब हाथी की सवारी से किनारा कर लिया है।
Chandauli News: चंदौली जनपद में बहुजन समाज पार्टी का किला धीरे-धीरे ध्वस्त होता जा रहा है। उसके पुराने साथी पार्टी से धीरे धीरे किनारा करते जा रहे हैं । बहुजन समाज पार्टी के जमाने में जनपद के कद्दावर नेताओं में जाने, जाने वाले चकिया के पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट ने भी अब हाथी की सवारी से किनारा कर लिया है वह समाजवादी पार्टी के साइकिल पर सवार होने के लिए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के समक्ष 7 अगस्त को 10:00 बजे पार्टी कार्यालय लखनऊ में सदस्यता ग्रहण करेंगे।
पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट ने बताया कि "बसपा डूबती हुई जहाज है और वहां पुराने साथियों को सम्मान नहीं मिल रहा है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने मुझे सम्मान देते हुए चकिया की सीट पर विधायक का कैंडिडेट बनाने का आश्वासन देकर पार्टी में शामिल कर रहे हैं, मैं उनके सम्मान में चार चांद लगाने के लिए पूरी तरह से पार्टी की नीतियों और रीतियों में विश्वास कर शामिल हो रहा हूं।" 7 अगस्त को चंदौली जनपद के सर्व समाज के लोग कोरोना नियमों का पालन करते हुए लखनऊ में पहुंचेंगे और राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के समक्ष समाजवादी पार्टी की सदस्यता लेंगे।
जितेंद्र कुमार एडवोकेट दो बार हो चुके हैं बसपा से निष्कासित
किसी जमाने में बसपा के कद्दावर नेता कहे जाने वाले पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट दो बार बसपा से निष्कासित हो चुके हैं, लेकिन पार्टी ने उन्हें पुनः शामिल कर लिया था इसलिए कई वर्षों से पार्टी से खींचतान चल रही थी और अच्छा ठिकाना ढूंढने के प्रयास में जुटे हुए थे । चंदौली जनपद में बसपा के जमाने में विधायक व मंत्री रहने वाले शारदा प्रसाद भाजपा में जहां चले गए, वहीं मुगलसराय के पूर्व विधायक बब्बन सिंह चौहान पहले ही सपा का दामन थाम चुके हैं।
नए नेताओं के भरोसे पार्टी बीएसपी 2022 के चुनाव में उतरेगी
अब चकिया के पूर्व विधायक जितेंद्र कुमार एडवोकेट भी बसपा को अलविदा कह दिया और सपा के साइकिल की सवारी करने के लिए निकल गए हैं। इसलिए बहुजन समाज पार्टी से चंदौली जनपद के पुराने विधायक व कद्दावर नेता पूरी तरह से किनारा कर लिए हैं । नए नेताओं के भरोसे पार्टी 2022 के चुनाव में अपना दमखम दिखाने के लिए उतरेगी।