Chandauli News: गंगा के किनारे झाड़ी में मिली नवजात, दरोगा ने बचाई जिंदगी
Chandauli News: यूपी के चंदौली जिले में गंगा के किनारे झाड़ी में एक नवजात मिली है। बच्ची के रोने आवाज सुनकर कुछ महिलाओं ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
Chandauli News: धर्म ग्रंथों में कहा गया है कि "पुत्रों कुपुत्रो जायते, माता कुमाता न भवति" यानी पुत्र कुपुत्र हो सकता है, लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती। परन्तु कलयुग में कुछ भी हो सकता है इसका जीता जागता सबूत चंदौली (Chandauli) जिले में देखने को मिला। दरअसल, चंदौली के बलुआ थाना क्षेत्र के कैलावर गांव के समीप गंगा के किनारे झाड़ी में एक मां ने अपनी नवजात बच्ची को सामाजिक लोक लाज के भय से मौत के हवाले कर दिया था, लेकिन बच्ची अपनी लंबी आयु लेकर आयी थी।
झाड़ियों के बीच पड़ी बच्ची रो रही थी। बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनकर पास में ही बकरी चरा रही कुछ महिलाओं ने तत्काल इसकी सूचना कैलावर चौकी प्रभारी शिव मणि त्रिपाठी को दी। सूचना मिलने के बाद तत्काल उप निरीक्षक मौके पर पहुंच गये और मानवता का परिचय देते हुए बच्चे के ऊपर लगी चीटियों को अपने हाथों से साफ किया और उसे अपनी गाड़ी से चहनिया प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (Primary Health Centre) पर लेकर पहुंचे और स्वास्थ्य कर्मियों से उसका समुचित इलाज कराया।
चिकित्सकों के उपचार के बाद नवजात बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ बताई जा रही है। चौकी प्रभारी ने उस बच्ची के लिए दूध दवाई आदि की व्यवस्था खुद अपने पैसे से किया। सिर्फ इतना ही नहीं उस बच्ची के जिंदगी को बचाकर संवारने के लिए भी चौकी प्रभारी ने प्रयास कर गोद लेने के लिए लोगों को प्रेरित किया और चाइल्डलाइन को इसकी सूचना दिय।
वहीं लोगों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया। लोगों का मानना था कि किसी महिला द्वारा सामाजिक लोक लाज के भय से बच्ची के पैदा होने के बाद इस बच्ची को झाड़ी में फेंक दिया गया था। लेकिन बलुआ थाना क्षेत्र के कैलावर चौकी के चौकी प्रभारी ने इस बच्ची को जिंदगी दे दी। इसकी लोगों में चारों ओर चर्चा जारी है।