Gonda News: छात्रों के लिए अच्छी खबर, इस काॅलेज में शुरू हुए ये नए प्रोफेशनल कोर्स
लालबाहदुर शास्त्री डिग्री काॅलेज में व्याख्यान के दौरान विद्वानों ने रोजगारपरक शिक्षा को आज की जरुरत बताया।
Gonda News: शिक्षा के बिना मानव जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती है क्योंकी जो व्यक्ति पढ़ नहीं सकता लिख नहीं सकता उसका जीवन अर्धहीन व उद्देश्यहीन हो जाता है। ठीक उसी प्रकार बिना रोजगार वाली शिक्षा बच्चों के भविष्य को अधंकार में ढ़केलती है क्योंकी पढ़ने के बाद किसी को भी अंतिम में जिवकोपार्जन के लिए रोजगार की जरुरी होती है। इसी उद्देश्य को लेकर आज गोंड़ा स्थित लाल बहादुर शास्त्री डिग्री काॅलेज में शिक्षा के बहुआयामी विकास पर कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें कई विद्वानों ने भाग लिया और सबने अपनी-अपनी बाते रखी।
उन्होंने कहा की शिक्षा का उद्देश्य विद्यार्थियों को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना भी है। जो शिक्षा विद्यार्थियों को रोजगार अथवा नौकरी से नहीं जोड़ती, जीविका के लिए तैयार नहीं करती वह एकांगी है। इसे ध्यान में रखते हुए देवी पाटन मण्डल मुख्यालय पर स्थित लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कालेज शिक्षा के बहुआयामी विकास की ओर अग्रसर है। यह बात लाल बहादुर शास्त्री डिग्री कालेज में पत्रकारों से वार्ता के दौरान कालेज प्रबंध समिति की उपाध्यक्ष वर्षा सिंह ने कही।
इस अवसर पर उन्होंने महाविद्यालय में हो रहे बहुआयामी विकास को रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि इस सत्र से महाविद्यालय में बीबीए, बीसीए और बीएससी, गृह विज्ञान, बीएससी कृषि एवं स्नातक स्तर पर कला संकाय के अंतर्गत गृह विज्ञान, शारीरिक शिक्षा बीए, गृह विज्ञान, शारीरिक शिक्षा सहित परास्नातक स्तर पर एमएससी वनस्पति विज्ञान, एमएससी जंतु विज्ञान और एमए शिक्षाशास्त्र का प्रारंभ हो रहा है।
महाविद्यालय के इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर विद्यार्थी अपना भविष्य संवार सकते हैं
प्रबंध समिति के सचिव उमेश शाह ने कालेज में शोध केंद्र, वाचनालय, ओपेन जिम, अभ्युदय योजना की कक्षाओं, कैंटीन, डिजिटल लाइब्रेरी जैसी महत्त्वाकांक्षी गतिविधियों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महाविद्यालय निरंतर गुणात्मक अभिवृद्धि की ओर अग्रसर है। महाविद्यालय की प्राचार्य डा। वंदना सारस्वत ने महाविद्यालय में इस वर्ष खुले नए पाठ्यक्रमों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि महाविद्यालय में अध्ययनरत लगभग 8000 छात्र-छात्राओं को उच्चतर लक्ष्य की ओर अग्रसर करने के लिए हम सतत प्रतिबद्ध हैं। महाविद्यालय के मुख्य नियंता एवं स्ववित्त पोषित पाठ्यक्रमों के नोडल अधिकारी डॉ। जितेंद्र सिंह ने बताया कि वर्तमान सत्र से कॉलेज में नव प्रवेशित छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत सेमेस्टर सिस्टम के अंतर्गत अध्ययन करना होगा। उन्होंने कहा कि कॉलेज शिक्षण, अनुसंधान, विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास और रोजगारपरक पाठ्यक्रमों में प्रवेश दिला कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
शिक्षाशास्त्र की कक्षाएं विधिवत सितंबर में सत्र प्रारंभ होते ही शुरू होगी
महाविद्यालय में खुले बीबीए, बीसीए और बीएससी गृह विज्ञान, बीएससी कृषि सहित एमएससी वनस्पति विज्ञान एनएससी जंतु विज्ञान एवं एम ए शिक्षाशास्त्र की कक्षाएं विधिवत सितंबर में सत्र प्रारंभ होते ही शुरू हो जाएंगी। नौकरी एवं रोजगार की दृष्टि से ये पाठ्यक्रम गोंडा और आसपास के क्षेत्र के लिए वरदान सरीखा है, विद्यार्थियों को इसका लाभ उठाना चाहिए।
महाविद्यालय के मीडिया प्रभारी और हिंदी विभागाध्यक्ष डा। शैलेंद्र नाथ मिश्र ने वर्तमान सत्र में महाविद्यालय के संकल्प को बिंदुवार प्रस्तुत किया। प्रबंध समिति के पदाधिकारियों ने पत्रकारों की जिज्ञासाओं एवं प्रश्नों का जवाब दिया। इस अवसर पर कालेज प्रबंध समिति के सह सचिव कैलाश नाथ वर्मा, प्रबंध समिति सदस्य रविचंद्र त्रिपाठी, वाणिज्य संकाय के विभागाध्यक्ष डा. बी. पी.सिंह, डा. आर एस. सिंह, डा. जे. बी. पाल, डा. जय शंकर तिवारी, डा. संतोष श्रीवास्तव, डा. पुष्यमित्र मिश्र, डा. अरुण प्रताप सिंह, डा. दलीप सिंह, डा. ममता शुक्ला, डा. मनोज मिश्र, शरद पाठक आदि उपस्थित रहे।