Gorakhpur News: प्रदेश के पहले आयुष यूनिवर्सिटी का शिलान्यास करेंगे राष्ट्रपति

प्रदेश के पहले आयुष यूनिवर्सिटी का शिलान्यास आगामी 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों होगा।

Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update: 2021-07-21 09:37 GMT

गोरखपुर के आयुष यूनिवर्सिटी का मॉडल देखते मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (फोटो साभार-सोशल मीडिया)

Gorakhpur News: प्रदेश के पहले आयुष यूनिवर्सिटी का शिलान्यास आगामी 28 अगस्त को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों होगा। गोरखपुर जिला प्रशासन शिलान्यास को लेकर तैयारी में जुट गया है। करीब 300 करोड़ रुपये की लागत से प्रस्तावित बिल्डिंग की डीपीआर पीडब्ल्यूडी ने तैयार कर ली है। गोरखपुर मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर तरकुलहा में आयुष यूनिवर्सिटी के लिए 55 एकड़ जमीन का चिन्हांकन प्रशासन ने कर लिया है। यूनिवर्सिटी का अस्थाई कार्यालय पार्क रोड स्थित सीतापुर आई अस्पताल में खुल भी गया है।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के हाथों ही 28 अगस्त को जिले के तीसरे विश्वविद्यालय, 'महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय आरोग्यधाम' का लोकार्पण भी प्रस्तावित है। तीन दिवसीय दौरे पर आ रहे राष्ट्रपति के कार्यक्रम की मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के बाद जिला प्रशासन को आयुष विश्वविद्यालय के डीपीआर को शासन स्तर से जल्द मंजूरी मिलने की उम्मीद है। विश्वविद्यालय के निर्माण के लिए 299.87 करोड़ रुपये की डीपीआर कार्यदायी संस्था लोक निर्माण विभाग ने बनाई है।

सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर जिला प्रशासन ने विवि के कुलपति समेत उनके 25 के करीब स्टाफ के बैठने का इंतजाम आयुष विश्वविद्यालय का अस्थाई कार्यालय पार्क रोड स्थित सीतापुर आंख अस्पताल के भवन में बना दिया है। जल्द ही यहां कुलपति व 20 से 25 लोगों का स्टाफ काम करना शुरू कर देगा। तीन बड़े हाल आयुष विवि के लिए दिए हैं। कुलपति के रहने के लिए एक बंगला भी आवंटित है। जल्द ही कुलपति के नाम की भी घोषणा हो सकती है।

यहां होगा आयुष यूनिवर्सिटी की बिल्डिंग का निर्माण

गोरखपुर के भटहट ब्लॉक में तरकुलहा एवं पिपरी की 52 एकड़ सिलिंग की जमीन पर किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने 4 जुलाई को आयुष यूनिवर्सिटी के निर्माण को लेकर समीक्षा बैठक की थी। कैबिनेट बाई सर्कुलेशन महायोगी गुरु गोरक्षनाथ राज्य आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण की पिछले साल ही मंजूरी मिल गई थी। सीएम ने पिछले बजट में इसके लिए 10 करोड़ रुपये प्रावधान भी कर दिया था।

सीएम योगी आयुष विश्वविद्यालय में महाविद्यालयों की संबद्धता एवं अन्य प्रशासनिक कार्य सत्र 2021-22 से एवं विश्वविद्यालय में शिक्षण कार्य सत्र 2022-23 से प्रारंभ करने के निर्देश पहले ही दे चुके हैं। यूनिवर्सिटी का निर्माण कार्य मार्च 2023 तक पूर्ण करने का लक्ष्य तय है। आयुष विवि खुलने से एक ही छत के नीचे ही आयुर्वेदिक, यूनानी, सिद्धा, होम्योपैथी और योग चिकित्सा की पढ़ाई और उस पर शोध कार्य हो सकेगा। प्रदेश के यूनानी व होम्योपैथी कॉलेज भी इससे संबद्ध किए जाएंगे।

यूनिवर्सिटी से संबंद्ध होंगे 98 आयुष कॉलेज, एक होगा शैक्षणिक कलेंडर

राज्य में 98 आयुष कॉलेज हैं। अभी ये सभी अलग-अलग विश्वविद्यालयों से सम्बद्ध हैं। ये सभी आयुष कॉलेज एक ही विश्वविद्यालय से सम्बद्ध होंगे और अब एक ही समान परीक्षा कार्यक्रम होगा। सभी छात्रों को एक ही विश्वविद्यालय की डिग्री भी मिलेगी। आयुष विश्वविद्यालय में कार्य सिर्फ प्रशासनिक व कॉलेज की संबद्धता तक सीमित नहीं होंगे। इसमें आयुष इंस्टिट्यूट व रिसर्च सेंटर भी होगा।

Tags:    

Similar News