Gorakhpur News: नए डीएम के पदभार ग्रहण करने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप, जानिए क्या है वजह
विजय किरन आनंद ने गोरखपुर के नए डीएम का पदभार ग्रहण किया है, इनके पदभार करने से बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
Gorakhpur News: गोरखपुर के नवागत जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने बुधवार को पदभार ग्रहण कर लिया। सुबह 9.30 बजे कार्यभार ग्रहण करने के बाद उनके सख्त तेवर को लेकर प्रशासनिक अफसरों में तो चर्चाएं हैं ही, सर्वाधिक हड़कंप बेसिक शिक्षा विभाग में देखा जा रहा है। बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मचारियों और शिक्षकों के ग्रुप में एक मैसेज तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें कहा जा रहा है कि 'अभी अभी प्राप्त सूचना के अनुसार जिला गोरखपुर के सभी अध्यापक प्रेरणा लक्ष्य, प्रेरणा तालिका को रटने में जुटे बताये जाते हैं। बोल रहे हैं कि नए डीएम साहब का स्वागत जो करना है।'
गोरखपुर के नवागत जिलाधिकारी विजय किरन आनंद ने भी बेसिक शिक्षा में प्राइमरी शिक्षकों की भर्ती, स्कूलों में बदलाव के लिए कायाकल्प योजना व शिक्षा विभाग के कार्मिकों को बाबूराज से सहूलियत देने के लिए मानव संपदा पोर्टल की शुरुआत किया है। इन्हीं कदमों के वजह से बेसिक विभाग के शिक्षकों में गुस्सा है। प्रेरणा एप को लेकर शिक्षक संगठनों ने आंदोलन तक किया था। अब उन्हें डर सता रहा है कि नये डीएम सबसे अधिक मुश्किल शिक्षकों के लिए ही पैदा करेंगे।
2009 बैच के आईएएस अधिकारी हैं विजय
मूल रुप से बंगलूरु के रहने वाले विजय किरण 2009 बैच के अधिकारी है। उनकी पहली पोस्टिंग बागपत में एसडीएम के पद पर हुई थी। इसके बाद वे सीडीओ बाराबंकी बनें। बतौर डीएम उन्होंने शाहजहांपुर और वाराणसी में कार्यकुशलता पूर्वक काम किया। इसके बाद वे उत्तर प्रदेश महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परिजयोजना निदेशक के पद पर तैनात रहे। बतौर डीएम शाहजहांपुर में खुले पर शौच के खिलाफ अभियान चलाया था।
मूल कैडर में वापस भेजे गए DM के विजयेंद्र पांडियन
शाहजहांपुर में अस्पताल के निरीक्षण के दौरान एक लड़की को खून देने के बाद वह सुर्खियों में आए थे। लंबे समय से गोरखपुर के डीएम रहे के विजयेंद्र पांडियन की वापसी हो गई है। तमिलनाडू कैडर से प्रतिनियुक्ति पर आए गोरखपुर के डीएम के विजयेंद्र पांडियन की समय सीमा पूरी होने पर उन्हें उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया गया।