Gorakhpur News: कोरोना से बेसहारा हुए बच्चों के लिए योगी सरकार का बड़ा कदम, करने जा रही ये काम
कोरोनाकाल में अनाथ हुए बच्चों को सहारा देने के लिए योगी सरकार ने प्लान बनाया है, जिसमें अटल विद्यालय में मुफ्त शिक्षा का प्रवधान है।
Gorakhpur News: देशभर में लाखों बच्चे इस कारोनाकाल की भीषण महामारी में अनाथ हो गए, उनका नहीं तो रहने का ठिकाना हो पा रहा नहीं तो खाना का और पढाई-लिखाई तो दूर की बात है। लेकिन इस माहामारी में कुछ एनजीओ ऐसे भी हैं जो इस महामारी के दौरान बच्चों की पालन-पोषण व शिक्षा के लिए सजग है लेकिन इसकी संख्या बहुत कम दिखाई दे रही है। इसी कड़ी में बात करते है यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की, उन्होंने अपने लोकसभा क्षेत्र गोरखपुर में बन रहे अटल आवासीय विद्यालय को कोरोनाकाल के दौरान अनाथ हुए बच्चों के लिए खोल दिया है। कोरोनाकाल में यूपी के अनाथ हुए बच्चों को यहां पहली से बारहवीं तक की मुफ्त शिक्षा मिलेगी।
कोरोनाकाल में अनाथ हुए बच्चों को मुफ्त शिक्षा अटल आवासीय विद्यालय में होगी
आपको बता दें की अटल आवासीय विद्यालय से प्रदेश की योगी सरकार श्रमिकों के बच्चों को शिक्षित कर उनका भविष्य संवारेगी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की स्मृति में बनने वाले विद्यालय में कोरोना संक्रमणकाल में बेसहारा हुए बच्चों को भी शिक्षा मिलेगी। प्रदेश के सभी मंडल मुख्यालयों पर बनने वाले इन विद्यालयों की श्रृंखला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर के सहजनवा में 5 जुलाई को अटल आवासीय विद्यालय का शिलान्यास किया था।
निर्माण कार्य में लगे श्रमिक अपनी जीविका के लिए कभी यहां तो कभी वहां जाने को मजबूर रहते हैं। संसाधन के अभाव में अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा भी नहीं दिला पाते हैं। निर्माण श्रमिकों के कल्याण के लिए तमाम योजनाएं चला रही योगी सरकार ने अब उनके बच्चों के गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की भी जिम्मेदारी उठा ली है। इसके तहत राज्य के सभी मंडल मुख्यालयों पर अटल आवासीय विद्यालय खोले जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गोरखपुर में सहजनवा के पिपरा अराजी में 72 करोड़ रुपये की लागत से 12 एकड़ में बनने वाले अटल आवासीय विद्यालय का शिलान्यास 5 जुलाई को कर दिया है। इस आवासीय विद्यालय में श्रमिकों के बच्चों को 12वीं तक निशुल्क शिक्षा मिलेगी। कोरोनाकाल में बेसहारा हुए बच्चों के लिए शुरू मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना के प्रावधानों में भी इसे शामिल किया गया है। यानी कोरोनाकाल में बेसहारा हुए बच्चे भी इस आवसीय विद्यालय में मुफ्त शिक्षा ग्रहण करेंगे। अटल आवासीय विद्यालय, नवोदय आवासीय विद्यालय की तर्ज पर संचालित होगा।
श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों के बच्चों को मिलेगा प्रवेश
अटल आवासीय विद्यालय में ऐसे श्रमिकों के बच्चों का प्रवेश होगा जो श्रम विभाग में पंजीकृत होंगे। इसमें प्रवेश लेने वाले बच्चों को निशुल्क पढ़ाई के साथ ही निशुल्क भोजन और रहने की भी व्यवस्था होगी। विद्यालय में 200 छात्रों की पढ़ाई और रहने का इंतजाम होगा। आवेदन के हिसाब से छात्र संख्या की सीमा बढ़ाई जाएगी। विद्यालय में कक्षा एक 12वीं तक की पढ़ाई होगी। यानी एक बार बच्चे का प्रवेश हो गया तो 12वीं तक पढ़ाई की कोई चिंता नहीं होगी।