Gorakhpur News: गोरखपुर में बोले योगी, कांग्रेस को रसातल में ले जाएंगे 'भाई-बहन', अखिलेश बड़े बाप के बेटे

Published By :  Divyanshu Rao
Update:2021-10-08 19:59 IST

Gorakhpur News। लखीमपुर की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने विपक्ष की मंशा पर करारा प्रहार किया। कांग्रेस शासित छत्तीसगढ़ और पंजाब के मुख्यमंत्रियों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि जो लोग अपना राज्य नहीं संभाल पा रहे हैं, अपनी नाकामियों को छुपाने के लिए यहां अपने आका की चाकरी करने चले आए। छत्तीसगढ़ के सीएम को वहां के किसानों से सहानुभूति जताने की फुर्सत नहीं है। पंजाब के मुख्यमंत्री पार्टी की आंतरिक स्थिति से इतने त्रस्त हैं कि उन्हें ठिकाना नहीं मिल रहा। वास्तव में कांग्रेस को रसातल में ले जाने के लिए 'भाई-बहन' (राहुल गांधी-प्रियंका गांधी वाड्रा) की जोड़ी ही पर्याप्त है।

सीएम योगी शुक्रवार को गोरखपुर में एक टीवी चैनल के कार्यक्रम में सवालों का जवाब दे रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लखीमपुर की घटना दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। कानून सबको सुरक्षा की गारंटी देता है । लेकिन कानून हाथ में लेने की छूट नहीं। सरकार लखीमपुर की घटना के तह तक जा रही है। गिरफ्तारी के लिए सुप्रीम कोर्ट की रूलिंग को फॉलो किया जा रहा है। दोषी कोई भी क्यों न हो, उसे छोड़ेंगे नहीं। साक्ष्य के आधार पर दोषियों पर कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। सरकार कुछ भी छुपाना नहीं चाहती। जो तहरीर आई, उसी के अनुसार मुकदमा दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी भी शुरू हो गई है। जिसके भी खिलाफ पुख्ता साक्ष्य मिलेगा, उसकी गिरफ्तारी होगी और कड़ी कार्रवाई भी।

दूध का दूध और पानी का पानी होगा।. लेकिन किसी के दबाव में नहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस एसआईटी गठित की गई है, न्यायिक आयोग भी जांच करेगा। साक्ष्य के लिए नम्बर भी जारी किया गया है। विपक्ष के लोगों को लखीमपुर जाने से रोकने के सवाल पर सीएम योगी ने कहा कि हमारे लिए शांति व्यवस्था महत्वपूर्ण है। विपक्ष के मित्रगण सदभावना के दूत नहीं थे। संभव है कि कई चेहरे वहां की हिंसा में भी शामिल रहे होंगे।

कोरोना काल में यूपी क्यों नहीं आए सीएम द्वय

छत्तीसगढ़ और पंजाब के सीएम के यहां आने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री अपना राज्य संभाल नहीं पा रहे हैं। वहां कवर्धा में पुलिस की गोली से किसान मारे जाते हैं । लेकिन उसकी फिक्र उन्हें नहीं है। वहां तो सहानुभूति जताने नहीं गए। लखीमपुर के बारे में जानकारी भी नहीं है ।॥लेकिन चाकरी करनी है तो अपनी पार्टी के नेताओं के पीछे पीछे चले आए। यही हाल पंजाब के मुख्यमंत्री का है। अपने डीजीपी और चीफ सेक्रेटरी का भी निर्णय नहीं ले पा रहे हैं। आंतरिक झगड़ों से त्रस्त थे तो वही रास्ता उन्होंने भी अपनाया। इन लोगों को यूपी की जनता की इतनी ही फिक्र है तो कोरोनाकाल में भी चले आते। लखीमपुर जाने से रोके जाने के दौरान प्रियंका गांधी वाड्रा द्वारा झाड़ू लगाने की बात पर सीएम ने तंज कसते हुए कहा कि जनता ने उसी लायक बना दिया है।

पोलिटिकल टूर कर रहे कांग्रेस, सपा व बसपा के नेता

मुख्यमंत्री ने कहा कि मार्च 2020 से देश-प्रदेश कोरोना से त्रस्त रहा। करीब 25 करोड़ की जनता की सेवा के लिए तब तो राहुल, प्रियंका, अखिलेश कोई भी आगे नहीं आया। कोरोनाकाल में सबसे क्रिटिकल पॉइंट था अन्य राज्यों से यूपी के लोगों का वापस आना। 40 लाख प्रवासी वापस राज्य में आए, तब ये लोग कहां थे। कांग्रेस ने उस दौरान प्रदेश के लोगों के साथ छोटी हरकत और भद्दा मजाक भी किया। 1000 बसों के नम्बर दिए। वे नम्बर बसों की बजाय कंडम ट्रकों व स्कूटरों के थे। यूपी में जब जीवन और जीविका की रक्षा की बात थी तब सरकार और बीजेपी के वर्कर जनता के बीच थे। तब तो कांग्रेस, सपा, बसपा कहीं नहीं थी। आज इन पार्टियों के नेता पोलिटिकल टूर कर रहे हैं।

तालिबान का समर्थन करने वाले कर रहे लखीमपुर की घटना का राजनीतिकरण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा लखीमपुर की घटना का राजनीतिकरण वही लोग कर रहे हैं , जो काबुल में तालिबान का समर्थन करते हैं। तालिबान को लोकतंत्र का समर्थक बताने वाले ही लखीमपुर की घटना के बहाने हिंदुओ व सिखों को लड़ाने की साजिश रच अपना दोहरा चरित्र दिखा रहे हैं। पर, यूपी की जनता सब कुछ जानती है। विपक्ष के नेताओं पर लखीमपुर के पीड़ितों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। लोग सरकार की पहल से संतुष्ट हैं और इस पर राजनीति नहीं चाहते हैं।

योगी का तंज, अखिलेश बड़े बाप के बेटे हैं, उन्हें देश दुनिया से क्या मतलब?

सपा प्रमुख अखिलेश यादव के इस आरोप पर कि सरकार घटनाओं में प्रभावी कार्रवाई नहीं करती है, सीएम योगी ने करारा जवाब दिया। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव जब तक सोकर उठते हैं , तब तक कार्रवाई हो चुकी होती है। अपने तंज को आगे बढ़ाते हुए उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव 12 बजे सोकर उठेंगे, दो बजे तैयार होंगे, चार बजे मित्रमंडली के साथ बैठेंगे, छह बजे साइकिलिंग करेंगे। बड़े बाप के बेटे हैं, उन्हें देश दुनिया से क्या मतलब? वह छुट्टी लेकर आस्ट्रेलिया के किसी द्वीप पर मटरगश्ती करें। खुशी होगी कि यूपी का एक व्यक्ति अब प्रवासी भारतीय हो गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्हें छुट्टी लेनी होती तो वह सार्वजनिक जीवन में नहीं आते।


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तस्वीर

जो राम-कृष्ण को नहीं छोड़ते, वे योगी के खिलाफ बोलें तो कौन सी बड़ी बात

राहुल गांधी द्वारा एक ट्वीट में योगी आदित्यनाथ को संत न मानने की टिप्पणी पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राहुल जी को स्वयं पता नहीं होता कि वह क्या बोलने वाले हैं। जिस यूपी ने उनकी तीन पीढ़ियों को सत्ता के शीर्ष पर पहुंचाया, उस यूपी को वह केरल में जाकर गाली देते हैं, इसे यूपी कैसे भूल सकता है। अयोध्या में प्रभु श्रीराम के मंदिर को लेकर सुप्रीम कोर्ट में कांग्रेस की टिप्पणी को कोई कैसे भूल सकता है। जो लोग राम-कृष्ण को नहीं छोड़ते, वे मेरे खिलाफ बोलें तो कौन सी बड़ी बात है।

विपक्षी दलों में राम को अपना बताने की होड़, हमारी वैचारिक विजय

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज अयोध्या जाकर प्रभु श्रीराम को अपना बताने की विपक्षी दलों के नेताओं में होड़ है। यह वही लोग हैं जो कभी प्रभु श्रीराम को काल्पनिक बताते थे। यह हमारी वैचारिक विजय है। अयोध्या के ही संदर्भ में सीएम योगी ने एआईएमआईएम नेता असदुद्दीन ओवैसी को नसीहत देते हुए कहा कि अयोध्या, अयोध्या ही रहेगी, हैदराबाद भाग्यनगर जरूर बनेगा। कश्मीर में हालिया हुई घटनाओं पर मुख्यमंत्री ने कहा कि नब्बे के दशक की बात अब बहुत दूर हो चली है। पीएम मोदी के नेतृत्व में यह मजबूत नया भारत है, अब कश्मीरी पलायन नहीं करेंगे। जिसने भी देश की एकता, अखंडता और सुरक्षा से खिलवाड़ किया, वह भुगतेगा भी। यूपी पर सवाल उठाने वाले ओवैसी यदि कश्मीर में भी सहानुभूति व्यक्त कर देते तो लोग उन्हें नेता मान लेते।

शिवपाल और अमरिंदर की तारीफ की सीएम योगी ने

अलग-अलग सवालों पर सीएम योगी ने पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह व सपा से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले शिवपाल सिंह यादव की तारीफ की। उन्होंने कहा कि अमरिंदर सिंह साफगोई से अपनी बात रखने व जनाधार वाले नेता हैं। वहीं सपा के लिए शिवपाल सिंह यादव के योगदान को नकारा नहीं जा सकता। लखीमपुर जाने की ही बात है तो शिवपाल के साथ करीब पांच हजार लोग थे । जबकि अखिलेश यादव के साथ बमुश्किल तीन सौ। जहां पिता और चाचा का सम्मान नहीं, वहां पार्टी सदस्यों व जनता के साथ कैसा व्यवहार होगा?

अशरफ नाम है तो अनिल मत बताइए

धर्मांतरण कानून को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि सेवा के माध्यम से धर्मांतरण की सौदेबाजी नहीं की जा सकती है। गोरक्षपीठ तो 1932 से शिक्षा और सेवा का केंद्र चलाती है । लेकिन वहां तो किसी की जाति या मजहब नहीं पूछा जाता। गुरुद्वारा में किसी भी जाति, मजहब का व्यक्ति लंगर में बैठ सकता है। फिर जाति और मजहब के नाम पर प्रलोभन क्यों? इसी तरह केरल हाईकोर्ट ने तो बहुत पहले ही कह दिया था कि लव जेहाद खतरनाक है। हमने तय किया है कि अशरफ नाम है तो अनिल मत बनाइए।

पीएम मोदी के नेतृत्व में किसानों का हित

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। अन्नदाता के साथ ही पीएम ने धरती माता का भी ख्याल रखते हुए मृदा स्वास्थ्य परीक्षण कार्ड बनवाए, किसानों को फसल सुरक्षा बीमा की सुविधा दी, दशकों से लंबित सिंचाई परियोजनाओं को पूरा किया, एमएसपी पर ईमानदारी से डेढ़ गुना लागत पर खरीद हुई, किसानों को सम्मान निधि का लाभ मिला। सीएम योगी ने कहा कि प्रदेश सरकार ने भी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बाद भी पहली कैबिनेट बैठक में 86 लाख लघु सीमांत किसानों का 36000 करोड़ रुपये कर्ज माफ कर दिया। 1.45 लाख करोड़ रुपये का रिकार्ड गन्ना मूल्य भुगतान किया गया। उन्होंने कहा कि यूपी के किसान जागरूक हैं। वह किसी के बहकावे में नहीं आने वाले।

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