Gorakhpur Crime News Today: शादी का झांसा देकर किशोरी से बनाया शारीरिक संबंध, पेट दर्द की जांच में निकला 5 माह का गर्भ
Gorakhpur Crime News Today: चौरीचौरी थाना क्षेत्र के एक गांव का लड़का पड़ोस की एक लड़की से शादी का झांसा देकर देह संबंध बनाया।
Gorakhpur Crime News Today: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले के चौरीचौरी में दुष्कर्म और पुलिस की निष्क्रियता का ऐसा मामला आया, जिसने एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट (Supreme court) की बात को सच साबित कर दिया है। किशोर ने झांसा देकर 13 साल की किशोरी से दुष्कर्म किया। किशोरी ने बीते दिनों पेट में दर्द की शिकायत की तो परिवार वाले अस्पताल ले गए। चिकित्सक ने परिवार वालों को किशोरी (kishori) के पांच माह में गर्भ की बात बताई तो उनके होश उड़ गए। अब मामले को लेकर परतें खुल रहीं हैं, गांव के तथाकथित पंच से लेकर पुलिस की अनदेखी की कलई खुल रही है।
चौरीचौरी (Chaurichauri) थाना क्षेत्र के एक गांव का लड़का पड़ोस की एक लड़की से शादी का झांसा देकर देह संबंध बना लिया। बीते दिनों लड़की ने परिवार वालों को पेट दर्द की शिकायत की। परिवार वाले स्वास्थ्य केन्द्र पर ले गए तो पता चला कि किशोरी को 5 माह का गर्भ है। परिवार वाले किशोर के घर इसकी शिकायत लेकर गए तो दंबग परिवार वाले उल्टे मारपीट करने लगे। परिवार के लोगों ने चौरीचौरी थानाक्षेत्र के सोनबरसा चौकी पर शिकायत लेकर गए तो पुलिस वाले समझौता कराने में जुट गए।
पंचायत का फरमान, 'बदनामी होगी, चुप रहो'
पुलिस की निष्क्रियता के बाद प्रकरण को लेकर गांव में पंचायत बैठी। जिसमें निर्णय दबंग के पक्ष में सुनाया गया। पीड़ित परिवार से कहा गया कि दुष्कर्म का मामला है। लोकलाज के भय से चुप रहना बेहतर है। पंचायत खत्म होने के बाद दंबग परिवार धमकी देने लगे। बोले, आगे कहीं शिकायत की तो जान से मार डालेंगे। पीड़ित परिवार वालों ने इसी बीच लड़की को आरोपी किशोर के घर पहुंचा दिया। वह किशोर के परिवार पर शादी का दबाव बना रहे थे। मामला नहीं बना तो वे शिकायत लेकर चौरीचौरा थाना पहुंचे। जहां मुकदमा दर्ज कर किशोरी का मेडिकल जांच कराया गया। पुलिस ने किशोर, उसके माता-पिता समेत चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर सभी को जेल भेज दिया है। यहां भी पुलिस ने चूक की। पहले किशोर को बालिग बताकर मुकदमा दर्ज किया, अब किशोर की बात आने पर धाराएं बदली जा रही है।
गोरखपुर के मामले में सुप्रीम कोर्ट ने लगाई थी फटकार
सुप्रीम कोर्ट ने बीते दिनों गोरखपुर की किशोरी के अपहरण के मामले में यूपी पुलिस को कटघरे में खड़ा किया था। गोरखपुर के बेलीपार क्षेत्र के एक मामले में पीड़ित की मां के शिकायत पर भी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। मामला यह है कि गोरखपुर की रहने वाली किशोरी दिल्ली में एक घरेलू नौकरानी के रूप में काम करती है। संदिग्ध लंबे समय से उसकी नाबालिग बेटी को फुसलाने की कोशिश कर रहा था। इस संबंध में उसने दिल्ली के मालवीय नगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। जुलाई में जब याचिकाकर्ता अपनी बेटियों के साथ गोरखपुर में अपनी ससुराल में थी, तभी सबसे बड़ी बेटी लापता हो गई। तब बेलीपार थाने में दिल्ली के युवक के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज हुआ था। याचिका के अनुसार, छोटी बेटी ने संदिग्ध और उसकी बहन के बीच फोन पर बातचीत सुनी, जहां संदिग्ध उसे धमकी दे रहा था कि यदि वह दिल्ली में अपने फ्लैट में नहीं आई तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। बस इस बातचीत के बाद से ही लड़की लापता है।