Gorakhpur News: गोरखपुर यूनिवर्सिटी प्रवेश परीक्षा: मोबाइल, कैलकुलेटर मिला तो होंगे परीक्षा से आऊट

गोरखपुर विश्वविद्यालय में परीक्षा के दौरान परिसर में प्रवेश करते समय कोविड 19 के नियमों का पालन करना होगा।

Published By :  Raghvendra Prasad Mishra
Update:2021-08-24 20:02 IST

गोरखपुर विश्वविद्यालय में पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को मौन रहकर श्रद्धांजलि देते शिक्षक (फोटो-न्यूजट्रैक)

Gorakhpur News: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में स्नातक और परास्नातक कक्षाओं में दाखिले को लेकर 26 अगस्त से आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा में इलेक्ट्रिक सामान, मोबाइल, कैलकुलेटर, बैग लाना पूर्ण रूप से प्रतिबंधित होगा। परीक्षा के दौरान परिसर में प्रवेश करते समय कोविड 19 के नियमों का पालन करना होगा। कक्षा के अंदर प्रवेश पत्र के साथ लेखन सामग्री और सैनिटाइजर ही ले जा सकेंगे।

चीफ प्रॉक्टर प्रो. सतीश चंद पांडेय ने बताया कि साइकिल और मोटरसाइकिल विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित एंड क्रीडा संकुल परिसर में जमा करके ही अभ्यर्थी अपने परीक्षा केंद्र पर पहुंचे। प्रवेश परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से केंद्र निर्धारित कर लिए गए हैं। विश्वविद्यालय परिसर समेत कुल 10 केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा का आयोजन होगा। सुबह 9-11 बजे और दोपहर में 2-4 बजे तक दो पालियों में परीक्षा होगी। कुलपति प्रो राजेश सिंह के मार्गदर्शन में परीक्षा की तैयारियां चल रही हैं। स्नातक के बीए विषय में अभ्यर्थियों की संख्या को ज्यादा देखते हुए विश्वविद्यालय परिसर के बाहर भी केंद्र बनाने का फैसला लिया गया है।

स्नातक कक्षाओं के लिए 65 हजार से अधिक आवेदन

स्नातक के विभिन्न विषयों की कुल 4022 सीटों के लिए 65730 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। ऐसे ही परास्नातक की 1905 सीटों के लिए 20197 अभ्यर्थियों ने पंजीकरण कराया है। स्नातक की प्रवेश परीक्षाएं 26 अगस्त से शुरू होकर 10 सितंबर तक सुबह 9-11 बजे तक होगी। परास्नातक प्रवेश की परीक्षाएं 26 अगस्त से 14 सितंबर तक चलेंगी। परास्नातक प्रवेश परीक्षाओं का आयोजन सुबह 9-11 बजे और दोपहर में 2-4 बजे तक होगा। परीक्षा का विस्तृत कार्यक्रम विश्वविद्यालय की वेबसाइट (www.ddugu.ac.in) पर अपलोड कर दिया गया है।

पूर्व मुख्यमंत्री को यूनिवर्सिटी के शिक्षकों ने दी श्रद्धांजलि

दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिंह के निधन पर मंगलवार को प्रशासनिक भवन पर शोक सभा का आयोजन किया गया। जहाँ विश्वविद्यालय परिवार से जुड़े शिक्षकों, अधिकारियों और कर्मचारियों ने दो मिनट का मौन रखकर पूर्व मुख्यमंत्री को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। कुलपति प्रो. राजेश सिंह ने कहा कि देश ने एक लोकप्रिय नेता को खो दिया है। उनके असामयिक निधन से राजनीतिक जगत को अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होंने अपना जीवन जनकल्याण को समर्पित कर दिया था।

Tags:    

Similar News