Gorakhpur News: सीएम योगी का विपक्ष पर हमला, बोले, बीमारियों के गढ़ में लिखी जा रही विकास की नई कहानी
सीएम योगी ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकारों में पूर्वी उत्तर प्रदेश एक समय इंसेफेलाइटिस जैसी बीमारियों का गढ़ बन चुका था।
Gorakhpur News: दो दिवसीय दौरे पर गोरखपुर-बस्ती मंडल के बाढ़ ग्रस्त एरिया के सर्वे के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा, बसपा और कांग्रेस की सरकारों में पूर्वी उत्तर प्रदेश एक समय इंसेफेलाइटिस, मलेरिया, डेंगू जैसी बीमारियों का गढ़ बन चुका था। एक तरफ यहां माफिया का कहर था, तो दूसरी तरफ मच्छर और गंदगी से अव्यवस्था फैली हुई थी। आज स्वच्छता जागरूकता से बीमारियों पर काबू पाने के साथ ही यहां हम विकास की नई कहानी लिखते जा रहे हैं।
जलजमाव की समस्या का देंगे स्थायी हल
सीएम योगी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में हुई भारी बारिश से ग्रामीण क्षेत्रों में नदियां ओवरफ्लो कर गईं। समय से बचाव के उपाय होने से नगरीय क्षेत्र बाढ़ से बच गए, लेकिन नदियों का जलस्तर बढ़ने के चलते रेगुलेटर बंद करने पड़े। इसके दुष्परिणाम से शहर के कुछ इलाकों में भीषण जलजमाव की समस्या हो गई। उन्होंने कहा कि शहर में जलजमाव की समस्या का समाधान निकालने को लोक निर्माण विभाग, गोरखपुर विकास प्राधिकरण और नगर निगम की समन्वित टीम बनाई गई है।
इस टीम को तत्काल जलजमाव के अस्थायी और स्थायी समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। यह समाधान नए मोहल्लों समेत पूरे शहर के लिए होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कई जगहों पर सड़क तो बनाई जाती है, लेकिन नाली का काम अधूरा छोड़ दिया जाता है। यदि हम समय रहते सड़क के साथ ही नाली बनाने पर भी ध्यान देंगे तो जलनिकासी की समस्या नहीं आएगी। जनप्रतिनिधियों के साथ ही नागरिकों को भी इसे लेकर सजग रहना होगा।
स्वच्छता अभियान से इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौत न्यूनतम स्तर पर
सीएम योगी ने पूर्वी उत्तर प्रदेश में 40 साल तक नौनिहालों को असमय काल कवलित करने वाली इंसेफेलाइटिस पर नियंत्रण में स्वच्छता अभियान की भूमिका का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि 1977-78 से 2017 तक पूर्वी उत्तर में प्रति वर्ष 1200 से 1500 बच्चे इंसेफेलाइटिस के चलते जान गंवा देते थे। पूरा पूर्वी उत्तर प्रदेश इस बीमारी से कराह रहा था।
2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गांधी जयंती पर स्वच्छ भारत अभियान का मंत्र दिया। सफाई के प्रति जागरूकता के इस पवित्र अभियान का परिणाम सबके सामने है। हर घर में शौचालय होने से परिवर्तन हर तरफ दिख रहा है। इंसेफेलाइटिस से होने वाली मौत न्यूनतम स्तर पर है, यह बीमारी लगभग गायब हो चुकी है।
शिक्षक दिवस पर डॉ. राधाकृष्णन को किया याद
स्वच्छता महाभियान का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शिक्षक दिवस पर पूर्व राष्ट्रपति सर्वपल्ली डॉ. राधाकृष्णन को भी याद किया। उन्होंने कहा कि समाज को सही दिशा देने वाला ही शिक्षक होता है। हम सबकी जिम्मेदारी बनती है कि शिक्षक दिवस पर डॉ. राधाकृष्णन की स्मृति में समाज को बेहतर दिशा देने के लिए स्वच्छता के इस महाभियान से जुड़ें।
सफाई कर्मचारियों के सम्मान के बाद बोले सीएम योगी, 'आप पर गर्व है'
Gorakhpur News: प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर के रैंपस स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में नगर निगम के सफाई कर्मचारियों का सम्मान किया। इन्हें संबोधित करते हुए कहा कि सफाई कर्मचारियों ने कोरोना काल से लेकर वर्तमान में इमानदारी से काम किया है। लोग संक्रमण मुक्त रहें इसके लिए अपनी जान की परवाह किये बगैर दिन-रात मेहनत की है। सफाई कर्मचारियों के जज्बे और हौसले पर हम सभी को गर्व है।
इसके पहले मुख्यमंत्री ने राप्ती नगर वार्ड के डॉक्टर इन्क्लेव में जलभराव का जायजा लिया। अधिकारियों को हर संभव मदद जल्द से जल्द पहुंचाने का निर्देश दिया। इस दौरान उन्होंने सप्ताह भर चलने वाले विशेष सफाई अभियान की हरी झंडी दिखाकर शुरुआत की। सीएम ने कहा कि जलभराव और बाढ़ के बाद संक्रामक बीमारी नहीं फैले इसे लेकर पूरी तरह सक्रियता बरतने की जरूरत है।
इस दौरान महापौर सीताराम जायसवाल, नगर विधायक डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल, उपसभापति ऋषि मोहन वर्मा, जिलाधिकारी विजय किरन आनंद आदि मौजूद रहे। महापौर सीताराम जायसवाल ने बताया कि सप्ताह भर तक शहर के सभी वार्डों में क्लोरीन की गोली का वितरण होगा। साफ पानी को लेकर जागरूकता अभियान चलेगा। छिड़काव पर विशेष फोकस रहेगा।
बाढ़ पीड़ितों में बांटी राहत सामग्री
मुख्यमंत्री ने रविवार को मोहरीपुर के ग्रीन लैंड पब्लिकस्कूल में बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी। मुख्यमंत्री ने अपने हाथों से बहादुर अली, कनीमुन, सकूल, परमेश्वर समेत 200 लोगो में राशन किट बांटा। इस दौरान योगी ने कहा कि हवाई सर्वेक्षण में लोगों की मुश्किलों को देखा है। उन्होंने कहा कि सरकार बाढ़ पीड़ितों के लिए तमाम योजनाएं लाई है। इसका लाभ उठाएं।
मकान गिरने पर 4 लाख तो क्षतिग्रस्त होने पर 95 हजार रुपये की मदद की जाएगी। उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं से अपील की कि वह अधिक से अघिक लोगों को सरकार की योजनाओं का लाभ दिलाएं। सीएम ने प्रशासनिक अधिकारियों को तल्ख शब्दों में कहा कि बाढ़ पीड़ितों की मदद में कोई लापरवाही हुई तो कड़ी कार्रवाई होगी। सरकार की योजनाओं का लाभ सभी जरूरतमंदों को मिलना चाहिए।